भोपाल,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बड़े गोपनीय तरीके से मध्यप्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटो का सर्वे करा रही है। इस काम में जो टीम लगाई गई है, उसे संघ और भाजपा के लोग भी सर्वे कर रहे लोगों से परिचित नहीं हैं। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में सरकार और विधायकों के खिलाफ जो वातावरण बना हुआ है। उसको लेकर संघ अपने स्तर पर सर्वे कराकर टिकट वितरण की कार्यवाही में हस्तक्षेप करेगा।
संघ विभाग प्रचारकों के माध्यम से बहुत गोपनीय तरीके से सर्वे करा रहा है। विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे लोगों को भेजा जा रहा है, जिन्हें उस जिले तथा विधानसभा में कोई पहचानता नहीं है। सर्वे के लिए एक फॉर्मेट दिया गया है। जिसमें जनप्रतिनिधि से जुड़े कई सवाल शामिल किए गए हैं। मतदाताओं से प्राथमिक और उनकी समस्याओं के बारे में भी जानकारी मांगी गई है।
उल्लेखनीय है कि 2013 के चुनाव में मोदी लहर के बाद भी 10 मंत्री चुनाव हार गए थे। उससे ज्यादा खराब स्थिति 2018 के चुनाव में होगी। ऐसा संघ का मानना है। ऐसी स्थिति में सरकार और विधायक के खिलाफ यदि कोई नाराजगी है। उसका पता लगाकर चुनाव प्रचार के दौरान तथा टिकट वितरण में बेहतर निर्णय लेने की रणनीति संघ ने बनाई है। गोपनीय सर्वे में विधायकों के बारे में मतदाताओं की राय ठीक नहीं होगी । उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है।