भोपाल,मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बिजली की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। रोजाना कई बार बिजली ट्रिप होती है। और इसका सबसे बड़ा मुख्य कारण विद्युत लाइनों और ट्रांसफार्मर का सही रखरखाव नहीं होने के कारण दिनोंदिन बिजली वितरण व्यवस्था खराब होती जा रही है।
बिजली कंपनी की आंतरिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पिछले 2 सालों से लगभग 1200 से ज्यादा ट्रांसफार्मरों की ओवरहालिंग नहीं की गई है। इनमें जो ऑयल डाला जाता है, वह आईल नहीं डाला गया है,जिसके कारण ट्रांसफार्मर जलने और खराब होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
बरखेड़ी, छोला रोड, बैरागढ़, अशोका गार्डन, बस स्टैंड जैसे इलाकों में विद्युत व्यवस्था सबसे ज्यादा खराब है। भोपाल सिटी सर्किल के 22 जून में 10 विशेष इंजीनियर और 25 लाइन मेंटेनेंस स्टाफ की टीम है। प्रतिवर्ष लगभग छह करोड़ रुपया मरम्मत के नाम पर खर्च कर दिए जाते हैं। यह सब कागजों पर हो रहा है।
बिजली वितरण कंपनी के अनुसार भोपाल शहर में लगभग 5500 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। साल में दो बार इनका ऑयल चेक करना और आईल को स्तर तक रखना जरूरी होता है। पिछले 2 साल में 12:00 सौ से ज्यादा ट्रांसफार्मर में ना तो आइल बदला गया और ना ही ट्रांसफार्मर में आयल कम होने पर भरा गया। जिसके कारण पिछले दो माह में आधा दर्जन से ज्यादा ट्रांसफार्मर जल गए।
बिजली कंपनी के मेंटेनेंस कार्य में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बारिश के इस मौसम में लाखों लोगों को भारी परेशानी समय-समय पर उठानी पड़ रही है। विद्युत वितरण कंपनी की आंतरिक रिपोर्ट से अधिकारियों की चिंता भी बढ़ गई है।