भारत के खिलाफ उतरते ही टेस्ट खेलने वाली 12 वीं टीम बन जाएगी अफगानिस्तान

बेंगलुरु,अफगानिस्तान की टीम गुरुवार को भारत के खिलाफ यहां पहले क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए उतरते ही टेस्ट खेलने वाले देशों में शामिल हो जाएगी। एक ओर जहां विश्व कप फुटबॉल की ओर दर्शकों का रुझान रहेगा। वहीं अफगानिस्तान टीम दुनिया की नंबर एक रैंकिग टीम भारत का सामना करेगी। हाल में उसके कुछ खिलाड़ियों ने सीमित ओवरों और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है। इससे टीम उत्साहित है। अफगान टीम को अपने स्पिनर राशिद खान से बेहद उम्मीदें हैं। अफगान कप्तान का तो यहां तक मानना है कि उनकी टीम नई है पर उसका स्पिन आक्रमण अभी भारत से बेहतर है। इस मैच में अंजिक्य रहाणे भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे। भारतीय टीम के पास शिखर धवन और रहाणे के अलावा कई अनुभवी बल्लेबाज हैं जिनके सामने राशिद की असली परीक्षा होगी। अफगानिस्तान इसके साथ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाली 12वां देश बन जाएगा और इस ऐतिहासिक मैच में राशिद, मुजीब जादरान और मोहम्मद शहजाद जैसे खिलाड़ी अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का प्रयास करेंगे। आंकड़ों पर गौर करें तो दोनो टीमों की तुलना नहीं की जा सकती। भारत अफगानिस्तान का काफी करीबी सहयोगी रहा है तथा बीसीसीआई ने भी पूरी मदद करते हुए उसकी राष्ट्रीय टीम के अभ्यास के लिए अपने स्टेडियम खोल दिये। लेकिन गुरुवार को यहां जब मैच शुरू होगा तो इतना स्पष्ट है कि रहाणे की अगुआई वाली भारतीय टीम अपने इस नए प्रतिद्वंद्वी को हलके में नहीं लेगी।
नियमित कप्तान विराट कोहली तथा दो मुख्य तेज गेंदबाजों भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के बिना खेल रही भारतीय टीम इंग्लैंड के कड़े दौरे से पहले यहां बड़ी जीत दर्ज करना चाहेगी। अफगानिस्तान के लिए यह एक नई तरह की जंग होगी जिसका उसे अब तक अनुभव नहीं है। टेस्ट क्रिकेट एक अलग तरह की चुनौती है और राशिद जैसे खिलाड़ियों की असली परीक्षा अब शुरू होगी। यह सभी जानते हैं कि राशिद टी20 के बेहतरीन गेंदबाज हैं लेकिन उनकी परीक्षा तो तब शुरू होगी जब वह पांचवां ओवर करने के लिए आएंगे। अपना 15वें ओवर करते हुए उसकी बुद्धिमत्ता की परीक्षा होगी तो 23वें ओवर तक उसका संयम आंका जाएगा जबकि 40वें ओवर तक पता चलेगा कि उसमें कितना दमखम है।
अफगानिस्तान के कोच फिल सिमन्स पहले ही कह चुके हैं कि उनके खिलाड़ियों को मैदान पर उतरने तक पता नहीं चलेगा कि टेस्ट क्रिकेट असल में क्या है। अब जबकि स्ट्राइक रेट का कोई दबाव नहीं होगा तब मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा अपने पांव जमाकर लंबी पारियां खेलने की कोशिश करेंगे। भारत के इन अनुभवी बल्लेबाजों को रोकना अफगानिस्तान के लिए आसान नहीं होगा। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि अब तक एक भी चार दिवसीय मैच नहीं खेलने वाले 17 वर्षीय मुजीब क्या किंग्स इलेवन पंजाब के अपने साथी केएल राहुल को परेशानी में डाल पाएंगे। यहां उन्हें सीख देने के लिये रविचंद्रन अश्विन भी नहीं होंगे। इसके विपरीत वह भारतीय बल्लेबाजों को बता रहे होंगे कि मुजीब का सामना कैसे करना है।
यह भी देखना होगा कि शहजाद जैसा आक्रामक बल्लेबाज खुद पर कैसे नियंत्रण रखता है क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में अलग तरह के कौशल की जरूरत पड़ती है। अफगानिस्तान के कप्तान अशगर स्टेनिकजई ने दावा किया कि उनके स्पिनर भारतीय स्पिनरों से बेहतर है लेकिन उसके बल्लेबाज नहीं जानते कि अपने कप्तान को कैसे सही साबित करना है। अफगानिस्तान के लिए उसके स्पिनर नहीं बल्कि बल्लेबाज समस्या हैं। शहजाद और मोहम्मद नबी जैसे बल्लेबाज अश्विन और रविंद्र जडेजा का कैसे सामना करते हैं इसका सीधा प्रभाव अफगानिस्तान के प्रदर्शन पर पड़ेगा। यही नहीं इससे पहले उन्हें इशांत शर्मा की उछाल और उमेश यादव की तेज गेंदों का सामना करना होगा।
दोनो टीमें इस प्रकार हैं : भारत: अजिंक्य रहाणे (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, करुण नायर, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा कुलदीप यादव, इशांत शर्मा, उमेश यादव में से।
अफगानिस्तान: अशगर स्टेनिकजई, मोहम्मद शहजाद, जावेद अहमदी, रहमत शाह, एहसानुल्लाह जनात, नासीर जमाल, हशमतुल्ला शाहिदी, अफसर जजाई, मोहम्मद नबी, राशिद खान, जाहिर खान, अमीर हमजा होताक, सैयद अहमद शिरजाद, यामिन अहमदजई वफादार, मुजीब उर रहमान में से।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *