नई दिल्ली, एयरसेल मैक्सिस मामले में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ ईडी एक नया आरोप पत्र दाखिल कर सकता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि आरोपपत्र बहुत पहले ही दायर किया जाना चाहिए था, लेकिन ईडी के कुछ अधिकारी चिदंबरम की मदद करने की कोशिश कर रहे थे जिसके कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई। भाजपा नेता ने कहा कि कुछ मंत्री भी उनकी मदद कर रहे थे, लेकिन अब प्रधानमंत्री ने इन सभी को रोक दिया है। सीबीआई और ईडी से इस मामले में किसी प्रकार के हस्तक्षेप नहीं करने को कहा है। उन्होंने कहा कि ‘कार्ति के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने के बाद, चिदंबरम के खिलाफ भी एक और मामला दर्ज किया जाएगा। जिसके बाद चिदंबरम को फिर से ईडी के सामने उपस्थित होना पड़ेगा। वह झूठ बोलते रहते हैं लेकिन आखिरकार वे पकड़े गए। गौरतलब है कि एयरसेल मैक्सिस मामले में कथित भूमिका के लिए पी चिदंबरम के बेटे कार्ति को २८ फरवरी को चेन्नई हवाई अड्डे पर ब्रिटेन से लौटने के बाद गिरफ्तार किया था। वर्तमान में, कार्ति जमानत पर हैं। कुल ३,५०० करोड़ रु विदेशी धन लेने के लिए एयरसेल- मैक्सिस सौदे में चिदंबरम की भूमिका जांच के घेरे में है। कोर्ट ने २जी स्पेक्ट्रम मामलों से जुड़े एयरसेल-मैक्सिस मामले में वर्ष २०११ और २०१२ में सीबीआई तथा इडी द्वारा दायर दो मामलों में पूर्व मंत्री के बेटे कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तारी से पहले ही १० जुलाई तक अंतरिम राहत दे रखी है। इडी ने अग्रिम जमानत की मांग करने वाली कार्ती की याचिका पर बहस करने के लिए समय मांगा था, जिसके बाद कार्ति को अदालत से राहत मिली। यह मामला एयरसेल में निवेश के लिए एमएस ग्लोबल कम्युनिकेशन होल्डिंग सर्विसेज लिमिटेड को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी मिलने से जुड़ा है।
कार्ति चिदंबरम के खिलाफ ईडी दायर कर सकता है नया आरोपपत्र
