राजकोट, मूंगफली के गोदामों में आग की घटना के बारे में नेशनल एग्रीकल्चर कॉपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नाफेड) ने गुजरात सरकार के आरोपों को खारिज कर दिया है. बता दें कि राज्य के कृषि मंत्री आरसी फलदु ने मूंगफली गोदाम में आग के लिए नाफेड को जिम्मेदार ठहराया था.
नाफेड के चेयरमेन वाघजी बोडा ने आज पत्रकार परिषद में सरकार के आरोपों को खारिज करते हुए उसे ही कठघरे में खड़ा कर दिया. वाघडी बोडा ने माना कि समर्थन मूल्य पर मूंगफली की खरीद में धांधली हुई हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि गोदाम में लगी आग और मूंगफली को बोरियों में मिट्टी मिलाने के लिए मूंगफली के खरीद केन्द्र और वेयरहाउस जिम्मेदार है. वाघजी बोडा के मुताबिक नाफेड किसानों के लिए 60 साल पहले बनाई गई एक संस्था है, गुजरात समेत देशभर में किसानों की कृषि उपज की खरीद-बिक्री करती है. वाघजी बोडा ने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए, क्योंकि इसी घटनाओं से गुजरात भी उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों की श्रेणी में आ गया है. गोदाम किराए पर लेते समय गोदाम की स्थिति, हवा-उजास, ईर्द गिर्द 2 फूट के रास्ते समेत सिक्युरिटी इत्यादि की जिम्मेदारी वेयरहाउस की होती है| लेकिन वेयरहाउस इन नियमों का पालन नहीं करती. उन्होंने कृषि मंत्री आरसी फलदु के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें गोदाम में आग लगने के लिए नाफेड को जिम्मेदार ठहराया था. वाघजी बोडा ने कहा कि जिन गोदामों में आग लगी है, वह वेयरहाउस और गुजको के हैं. बोडा ने पूरे घटनाक्रम में नाफेड के जिम्मेदार होने से इंकार करते हुए वाघजी बोडा ने पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है.