जगदलपुर,दक्षिण बस्तर में इस वर्ष तेन्दूपत्त खरीदने के लिए विभाग को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सुकमा जिला के बत्तीस लाट नहीं बिके हैं। इसी प्रकार दंतेवाडा के पांच लाट नहीं बिक पाये हैं। बस्तर का हरा सोना खरीदने इस बार तेन्दूपत्ता व्यापारियों ने दिलचस्पी नहीं दिखायी। वन विभाग द्वारा तेन्दूपत्ता खरीदी शुरू करने के लिए सुकमा में प्राथमिक लघु वनोपज समितियों तथा वन अधिकारियों की बैठक आहूत की। रविवार को बस्तर के मुख्य वन संरक्षक सुकमा पहुंचे। उन्होंने समितियों के वन प्रबंधकों को कहा है कि वे जल्द तेन्दूपत्ता खरीदी कार्य प्रारंभ करें। बैठक में नक्सली व्यवधान से निपटने के लिए विभाग द्वारा पुलिस विभाग से सहयोग की बात की गई है।
गौरतलब है कि सुकमा तथा बीजापुर वन मंडल में मई के प्रथम सप्ताह से तेन्दूपत्ता तोड़ाई कार्य शुरू हो जाता है। सुकमा में सोलह लाट ठेकेदार खरीद चुके हैं। इस बाबत वे अपना कैंप लगा चुके है। शेष बत्तीस लाट में तेन्दूपत्ता खरीदने की व्यवस्था की जा रही है किन्तु तेन्दूपत्ता बोरा भराई तथा निकासी के लिए बिना पुलिस और सुरक्षाबल के वन प्रथमिक समितियां सुरक्षा चाहती है। मालूम हो कि तेन्दूपत्ता परिवहन के समक्ष माओवादी वाहनों को जला देते है। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ के तेन्दूपत्ता ठेकेदार बीजापुर जिले के चालीस लाटों की खरीदी के लिए अपने करीदे तैनात कर चुके है।
ज्ञात हो कि तेन्दूपत्ता के व्यापारी एनकेन प्रकरेण अपना व्यवसाय पूरा कर हर साल माल जंगल से निकाल ले जाते है। किन्तु वन अधिकारियों व प्राथमिक वन समितियों के प्रबंधक बिना मेहनत के ठेकेदारों से पत्ता खरीदने में खुश रहते हैं। बताया जाता है कि तेन्दूपत्ता ठेकेदार वन अधिकारियों तथा अंदरवालों एवं पुलिसवालो, गांव के प्रमुखों से मिलकर अपना व्यापार पूरा कर लेते है किन्तु इस वर्ष सुकमा तथा बीजापुर एवं दंतेवाडा में ठेकेदारों के बिना तेन्दूपत्ता खरीदने एवं निकासी के लिए विभाग को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इस वर्ष तेन्दूपत्ता का रेट कम राह है जिससे बस्तर से प्राप्त होने वाली राजस्व भी इस साल कम होगी तथा संग्राहकों को भी बोनस पिछले वर्ष से कम मिलने की संभावना है। दूसरी ओर उत्तर बस्तर के नक्सल प्रभावित बांदे, पखांजूर तथा कापसी इलाके में नक्सलियों के चलते ठेकेदारों को भी बिना पुलिस से तेन्दूपत्ता निकालने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा।