नई दिल्ली,राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय हॉकी टीम के ख्रराब प्रदर्शन का खामियाजा मुख्य कोच शोर्ड मारिन को उठाना पड़ सकता है। इस मामले में राष्ट्रीय हॉकी महासंघ उसने जवाब मांगेगा। महासंघ इस मामले की समीक्षा सप्ताह के अंत में करेगा। पिछले 12 साल में यह पहली बार है जब भारतीय टीम राष्ट्रमण्डल खेलों में कोई पदक नहीं जीत पाई है। राष्ट्रीय महासंघ ने कहा है कि समीक्षा बैठक के बाद कड़े कदम उठाए जाएंगे। हॉकी इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक सिर्फ खिलाड़ियों ही नहीं बल्कि कोच के प्रदर्शन की भी समीक्षा की जाएगी और सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे क्योंकि इस साल चैम्पियंस ट्राफी, एशियाई खेल और विश्व कप होना है।
हॉकी इंडिया के एक अधिकारी ने कहा, ‘गोल्ड कोस्ट में किया गया प्रदर्शन स्वीकार्य नहीं है। हम टीम को सभी सुविधाएं दे रहे हैं, लेकिन वे बड़े टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम पदक के प्रबल दावेदार थे लेकिन वेल्स, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसी निचली रैंकिंग वाली टीमों के खिलाफ भी अच्छा नहीं खेल सके। पाक के खिलाफ आखिरी सात सेकंड में हमने गोल गंवाए।’ कुछ सीनियर खिलाड़ी युवा खिलाड़ियों विवेक सागर प्रसाद, दिलप्रीत सिंह, सुमित और गुरिंदर सिंह को सरदार सिंह और रमनदीप जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की जगह शामिल किए जाने के पक्ष में नहीं थे। अधिकारी ने कहा, ‘हॉकी टीम का खेल है और प्रदर्शन के लिए कोच भी जवाबदेह है। अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी लेकिन शोर्ड को खराब प्रदर्शन का जवाब देना होगा।’