शाहजहांपुर,आसाराम बापू को 2012 के बलात्कार मामले में जोधपुर की विशेष अदालत द्वारा आने वाले दिनों में फैसला सुनाये जाने के मददेनजर पीडिता के घर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। पीडिता के परिवार वालों की लगातार निगरानी की जा रही है। मकान पर पांच पुलिसकर्मी तैनात हैं। सभी आने जाने वालों पर कडी नजर रखी जा रही है। अदालत का फैसला जल्द आने की उम्मीद है इसलिए वह खुद ही सुरक्षा की नियमित समीक्षा कर रहे हैं।
विदित हो कि इस महीने की शुरूआत में जोधपुर अदालत के न्यायमूर्ति मधुसूदन शर्मा ने अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों की अंतिम बहस सुनी और आदेश 25 अप्रैल के लिए सुरक्षित कर दिया। आसाराम बापू पर एक किशोरी ने जोधपुर के निकट मनई गांव के आश्रम में यौन उत्पीडन करने का आरोप लगाया है। किशोरी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली है और जिस समय आश्रम में रह रही थी, वह छात्रा थी। आसाराम 31 अगस्त 2013 से जेल में हैं। उन पर पाक्सो एक्ट और अनुसूचित जाति एवं जनजाति कानून की धाराएं लगायी गयी हैं। अगर सजा हुई तो आसाराम अधिक से अधिक दस साल के लिए जेल जा सकते हैं। आसाराम पर गुजरात में भी बलात्कार का एक मामला है। इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान और गुजरात के मामलों में आसाराम को जमानत देने से इंकार कर दिया था। सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साई के खिलाफ अलग अलग शिकायतें दर्ज कराके बलात्कार और बंधक बनाने का आरोप लगाया है।