नई दिल्ली,उत्तरप्रदेश के उन्नाव में जब एक बीजेपी विधायक पर बलात्कार का आरोप लगा और कठुआ की हृदय विदारक घटना के बाद जब बीजेपी के दो मंत्री सहित कई नेता आरोपियों के समर्थन में उतर आए तो इसकी पूरे देश में निंदा हुई। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रेप जैसे अपराध को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। लेकिन इसके उल्टे इस तरह के कई नेता सभी दलों में हैं जिन पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं। जबकि वो सांसद और मंत्री बनकर हमारे लिए कानून बना रहे हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्मस ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक देश में 3 सांसद और 45 विधायक हैं,जिनके ऊपर महिलाओं पर अपराध करने का मामला दर्ज है। देश में 1580 सांसद और विधायक हैं, जिनके खिलाफ कोई न कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज है। कुल 33 फीसदी विधायक और सांसदों के खिलाफ इसतरह के मामले हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में महाराष्ट्र के विधायक सांसद सबसे आगे हैं। दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल और तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है। महाराष्ट्र में 12,पश्चिम बंगाल में 11 और आंध्र प्रदेश के 5 विधायकों व सांसदों के खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच सालों में बड़ी पार्टियों ने जिन लोगों को टिकट दिए हैं। उस रिकॉर्ड पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी इस मामले में सबसे आगे है। बीजेपी ने पिछले पांच सालों में 47 इसतरह के लोगों को टिकट देकर विधानसभा और लोकसभा भेजने की कोशिश की जिनके खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं।
दूसरे नंबर पर अपना वजूद तलाश रही पार्टी बीएसपी है, मायावती ने 35 इसतरह के लोगों को अपनी पार्टी का टिकट दिया जिनके ऊपर महिलाओं पर अपराध करने के मामले दर्ज हैं। कांग्रेस तीसरे नंबर पर है। पार्टी ने 24 इसतरह के लोगों को टिकट दिया है,जिनपर महिलाओं के प्रति अपराध के मामले हैं। पिछले पांच सालों में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों ने 26 इसतरह के लोगों को टिकट दिया जिनके खिलाफ रेप तक का मुकदमा दर्ज था। महिलाओं के प्रति अपराध के आरोपी सबसे ज्यादा विधायक और सांसद बीजेपी के हैं जिनकी संख्या 12 है। दूसरे और तीसरे नंबर पर शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस है,जिनकी संख्या क्रमशः7 और6 है। रेप के आरोपी नेता सिर्फ पार्टियों के टिकट पाते हों ऐसा नहीं है। रेप के आरोपी तीन नेता तो विधायक बने हुए हैं। इनमें गोनुगंटाला सूर्यनारायणा जो तेलगु देशम पार्टी के टिकट पर आंध्र प्रदेश में जीते। दूसरे विधायक हैं जेठाभाई जी अहीर जो गुजरात से बीजेपी के टिकट पर 2017 में विधायक बने। रेप के मुकदमा दर्ज होने के बावजूद विधायक बनने वाले तीसरे नेता बिहार के गुलाब यादव हैं जो आरजेडी ने टिकट पर 2015 में विधानसभा पहुंचे हैं।