मुरैना,शहर के अधिकांश एटीएम पिछले कई दिनों से खाली पड़े हुए हैं जिससे जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैंक प्रबंधन द्वारा इस ओर कोई कदम नहीं उठाए जाने से लोग परेशान हैं इन दिनों जिलेभर में शादी समारोह आयोजित हो रहे हैं और लोगों को पैसों की जरूरत है लेकिन बैंकों द्वारा एटीएम में पैसा नहीं पहुंचाया जा रहा है। जिससे लोगों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है यही हाल रहा तो जिले में आर्थिक हालात बिगड़ने में देर नहीं लगेगी। जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से शहर के आधा सैकड़ा से अधिक एटीएम खाली पड़े हुए हैं कुछ एटीएम छोड़ दिए जाएं तो बाकी चालू तो हैं लेकिन उनमें गैस नहीं है लोग एटीएम पर बड़ी उम्मीद से पैसा निकालने के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें निराशा हाथ लग रही है बताया जाता है कि इन दिनों बैंकों के पास भी केस की कमी है जिस कारण स्थिति उत्पन्न हो रही है उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नोटों की छपाई कम कर दी गई है जिससे बैंकों तक नहीं आ पा रहा जोकस आता है के अधिकारियों द्वारा बड़े बड़े उद्योगपतियों को दे दिया जाता है आम उपभोक्ता को 50000 नगदी कैश देने में भी बैंक प्रबंधन आनाकानी करते हैं। बड़े-बड़े संपन्न लोगों के काम बैंक प्रबंधन बंद कर देते हैं, देश के प्रधानमंत्री द्वारा नोटबंदी किए जाने के बाद पहले 50 दिन 2 महीने फिर उसके बाद 6 महीने का समय का समय मांगा गया लेकिन लगभग 3 साल होने को है परंतु नोटबंदी से लोग अभी तक उबर नहीं पाए हैं। आज भी नोटबंदी की मार लोग झेल रहे हैं बैंकों में कैश न होने के कारण एटीएम खाली पड़े हुए हैं और आम जनता पैसों के लिए एक एटीएम से दूसरे एटीएम पर भटक रही हैं। लोगों की परेशानियों को देखते हुए बैंक प्रबंधन को कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।