श्रीनगर/लखनऊ,देश के दो बड़े बलात्कार के मामलों से देश दहल गया है। यूपी के उन्नाव व जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए बलात्कार के बाद कोर्ट के दखल से राजनीति गमाई है। उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार कर लिया गया है। कोर्ट ने सीबीआई को 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। सीजेएम सुनील कुमार ने शनिवार को दो घंटे तक चली सुनवाई के बाद विधायक को 7 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा है। सीबीआई ने 14 दिन की रिमांड की मांग की थी। कोर्ट ने सीबीआई से विधायक को 21 अप्रैल सुबह 10 बजे दोबारा पेश करने के लिए कहा है। सीबीआई जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस कर इसका आधिकारिक ऐलान कर सकती है। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान में लेने के बाद सरकार जागी और सीबीआई ने विधायक की गिरफ्तारी की। सीबीआई को अदालत में 2 मई तक प्रोग्रेस रिपोर्ट भी सौंपनी है।
35 घंटे पूछताछ,सोने भी नहीं दिया गया, रो पड़ा विधायक
शुक्रवार रात से कुलदीप सेंगर से 35 घंटे तक पूछताछ की गई। सीबीआई ने उन्हें सोने नहीं दिया। इतनी सख्त पूछताछ में कुलदीप रो पड़े। इस बीच, सीबीआई ने कुलदीप का करीबी शशि सिंह को भी हिरासत में ले लिया है। कुलदीप सिंह सेंगर को न तो किसी से मिलने दिया गया और न ही उन्हें मोबाइल का इस्तेमाल करने की इजाजत मिली। मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जांच टीम से 2 मई तक स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद कोर्ट खुद इस मामले की जांच की निगरानी करेगा।
कठुआ में मास्टरमाइंड की बेटी ने आरोपों को झूठा बताया
क्राइम ब्रांच की चार्जशीट में कठुआ गैंगरेप के मास्टरमाइंड बताये गए सांझी राम की बेटी ने कहा है कि बोली- मेरे पिता निर्दोष, सारे आरोप झूठे हैं। उनपर पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।
कठुआ पर मोदी सरकार की नजर
कठजम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची से गैंगरेप और हत्या का मामला बढ़ता जा रहा है। बीजेपी महासचिव राम माधव शनिवार को जम्मू पहुंचे। उन्होंने कहा- हम यहां सभी पक्षों से बातचीत करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या दो मंत्रियों के इस्तीफों पर भी बात होगी तो राम माधव ने कहा- हां। माधव के मुताबिक- इस मामले से जुड़ी तमाम बातों पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दखल के बाद राज्य और केंद्र सरकार दोनों इस मामले में काफी एक्टिव नजर आ रही हैं। विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
क्या हुआ कठुआ में
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 10 जनवरी को 8 साल की मासूम का अपहरण किया गया। उसे नशे की इंजेक्शन देकर बार-बार गैंगरेप किया और बाद में हत्या कर दी गई। 17 जनवरी को उसका शव मिला। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।
क्या हुआ उन्नाव में
जून 2017 में विधायक कुलदीप सेंगर पर एक नाब़ालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार का आरोप लगाया। पुलिस ने एफ़आईआर नहीं लिखी। पीडि़ता कोर्ट पहुंच गई। इसके बाद विधायक ने केस वापस लेने का आरोप लगाया। अब विधायक के भाई ने तीन अप्रैल 2018 को पीडि़ता के पिता की पिटाई की। पुलिस ने पिता को को हिरासत में लिया। हिरासत में ही लड़की के पिता की मौत हो गई। लड़की ने सीएम आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया, इस घटना के बाद ये मामला सुर्खियों में आ गया। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी पुलिस हिरासत में पीडि़त लड़की के पिता की मौत का स्वत: संज्ञान लिया है।
उन्नाव यानि कुलदीप की जागिरदारी
कुलदीप को राजनीति अपने नाना बाबू सिंह से विरासत में मिली थी। कुलदीप के पिता मुलायम सिंह फतेहपुर के रहने वाले थे। कुलदीप के नाना के कोई बेटा नहीं था। इसलिए उन्होंने बेटी-दामाद को अपने पास ही बुला लिया। कुदीप और उनके दो भाइयों मनोज सिंह और अतुल सिंह का यहीं जन्म हुआ और पले-बढ़े। कुलदीप ने युवा कांग्रेस से राजनीति की शुरूआत की। 1987/88 में कुलदीप गांव के निर्विरोध प्रधान चुने गए तो उनकी उम्र 21 साल से कम बताकर विरोधियों ने चैलेंज कर दिया था। तब मेडिकल परीक्षण में यह बात सामने आई कि उनकी उम्र 21 वर्ष है। कुलदीप करीब सात साल तक प्रधान रहे। गांव की प्रधानी पर करीब 59 साल से कुलदीप के परिवार का कब्जा है।
कुलदीप 2002 में पहली बार सदर से विधायक बने। वे लगातार चार बार से विधायक हैं और कभी चुनाव नहीं हारे। इतना ही नहीं तीन बार उनका निर्वाचन क्षेत्र अलग-अलग रहा है। 2007 में बसपा ने उन्हें निकाला तो उन्होंने सपा का दामन थाम लिया। सपा ने बांगरमऊ से टिकट दिया और वह फिर विधायक बने। बाद में वे भाजपा में चले गए। भाजपा ने बांगरमऊ से टिकट दिया और फिर विधायक चुने गए। 23-22 जुलाई 2017 को पीडि़ता ने पीएम-सीएम को चि_ी लिख विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था।