गोल्ड कोस्ट,भारत की सबसे अनुभवी महिला मुक्केबाज एम सी मेरीकॉम राष्ट्रमण्डल खेलों के फाइनल में पहुंच गयी है। इसी के साथ भारत का एक और रजत पदक पक्का हो गया है हालांकि इस विश्व चैंपियन का इरादा पहली बार राष्ट्रमण्डल खेलों कर स्वर्ण जीतना रहेगा। मेरीकॉम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला मुक्केबाजी के 45-48 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई है। इस भारतीय मुक्केबाज ने बुधवार को सेमीफाइनल मुकाबले में श्रीलंका की अनुषा दिलरुक्षी को 5-0 से हराया। उसने इस मुकाबले को आसानी से जीता। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता रहीं मेरी कॉम पहले कभी कॉमनवेल्थ खेलों में कोई पदक नहीं जीत पाई हैं। मेरीकॉम ने विरोधी खिलाड़ी पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा और एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल की। 35 साल की मेरी कॉम के करियर का यह आखिरी राष्ट्रमण्डल खेल है। इसलिए वह इसे यादगार बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहेंगी। मेरी कॉम का मुकाबला अब फाइनल में उत्तरी आयरलैंड की 22 साल की क्रिस्टीना ओ हारा से 14 अप्रैल को होगा।