पुलिस मंत्री रामपाल से मिलकर प्रीति रघुवंशी के परिवार के खिलाफ कर रही बड़ी साजिश

भोपाल,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि प्रीति रघुवंशी आत्महत्या कांड के आरोपी मंत्री रामपाल सिंह से आई.जी. भोपाल शिष्टाचार भेंट के लिए जा रहे हैं, जबकि फरियादी चंदन सिंह रघुवंशी के सारे बयानों और घटना के 25 दिन बाद भी पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर उनके साथ अन्याय कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों के साथ अन्याय पर लानत है, मुख्यमंत्री पर। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा अचानक प्रीति का चचेरा भाई चार दिन तक गायब हो जाता है और 10 की रात को जब चारों तरफ बवाल हो गया तो लौट आता है। 11 अप्रैल को आईजी भोपाल का मंत्री रामपाल सिंह से मिलने उनके बंगले आना लगता है कि सरकार के संरक्षण में कोई बड़ी साजिश प्रीति रघुवंशी के परिवार के प्रति रची जा रही है। श्री सिंह ने कहा कि मंत्री रामपाल सिंह, आई.जी. से मिलने के बाद खुद को क्लीन चिट दे रहे हैं कि वे और उनका परिवार निर्दोष है, सुसाइड नोट में उनका नाम नहीं है। श्री सिंह ने सवाल किया कि आरोपी मंत्री की आई.जी. जयदीप प्रसाद से क्या चर्चा हुई इसका खुलासा होना चाहिए क्योंकि इसके बाद ही मंत्री ने अपने को निर्दोष कहा है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि संस्कार, धर्म और संस्कृति की बात करने वाली भाजपा का असली चाल चरित्र और चेहरा क्या है यह मध्यप्रदेश में मंत्री रामपाल सिंह के प्रीति रघुवंशी आत्महत्या कांड में, मंत्री लाल सिंह आर्य के माखनलाल जाटव हत्या में शामिल होने, मंत्री नरोत्तम मिश्रा के अयोग्य होने और फरार आरोपी को मंत्री बनाने से उजागर होता है। जो फरियादी है उन्हें थाने बुलाकर पुलिस कड़ाई से पूछताछ करती है, वहीं आरोपी मंत्री के बंगले पर आईजी चाय पीने जाते हैं उन्होंने शिवराज सिंह चौहान, मप्र पुलिस को अपराधियों को अपराधियों के शरण में जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही पूरी भाजपा और उनकी सरकार का असली चरित्र है। उत्तरप्रदेश के भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर द्वारा गैंगरेप करना और उसके पिता को जेल में बंद कर मरवा देने की घटना से स्पष्ट है कि यह पार्टी घृणास्पद है और निर्लज्ज है। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि मंत्री रामपाल सिंह के परिजनों द्वारा स्व. श्रीमती प्रीति रघुवंशी के परिवार पर निरंतर दबाव डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में जरा भी शर्म बाकी है तो उन्हें तत्काल मंत्री रामपाल सिंह और उनके पुत्र सहित परिजनों पर एफआईआर दर्ज करना चाहिए।

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