सोनीपत,जिला विजिलेंस की टीम ने फैक्टरी मालिक को फैक्टरी का प्रोविजनल ट्रांसफर लेटर देने की एवज में एचएसआईआईडीसी अधिकारियों के नाम पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेते बिचौलिया को काबू किया है। टीम ने आरोपी से एक लाख रुपये की रिश्वत के रूप में ली गई राशि भी बरामद कर ली है। इसे लेकर विजिलेंस थाना रोहतक में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में टीम अब उन दोनों अधिकारियों की भूमिका की जांच कर रही है, जिनके नाम पर यह रिश्वत की राशि ली गई है। जांच के बाद दोनों अधिकारियों को भी मुकदमे में शामिल किया जाना है।
विजिलेंस टीम को दिल्ली के फतेह नगर निवासी गगन धूपड़ ने शिकायत दी थी कि उसकी कुंडली औद्योगिक क्षेत्र में सेक्टर 56 फेज चार में 56 नंबर फैक्टरी है। गगन धूपड़ का आरोप था कि उसे अपनी फैक्टरी का प्रोविजनल ट्रांसफर लेटर लेना था। इसके लिए उसने 22 मार्च को कुंडली एचएसआईआईडीसी के कार्यालय में आवेदन किया था। इस पर वरिष्ठ प्रबंधक एसके कटारिया और प्रबंधक जसमेर सिंह उनकी फैक्टरी का दौरा करने पहुंचे थे। गगन का आरोप है कि दौरे के दौरान अधिकारियों ने उससे कहा कि वह फैक्टरी का प्रोविजनल ट्रांसफर लेटर जारी करने के नाम पर 10 लाख रुपये लेते हैं। साथ ही कहा गया कि उनकी फैक्टरी तो बंद है, इसका तो 20 लाख रुपये देना होगा। बाद में फैक्टरी मालिक ने थोड़ी-थोड़ी कर रकम देने की बात कही। एक-एक लाख रुपये किश्त बनाकर देने पर हामी भरी गई। इसके बाद गगन धूपड़ ने विजिलेंस को शिकायत कर दी। इस पर विजिलेंस थाना में मुकदमा दर्ज करके डीसी सोनीपत की मदद से जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। साथ में इसी कार्यालय से एकाउंटेंट जितेंद्र सिंह को गवाह के तौर रखा गया। विजिलेंस निरीक्षक प्रशांत कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन हुआ। टीम ने तय योजना के अनुसार सोमवार को गगन धूपड़ को एक लाख रुपये के कैमिकल लगे हुए नोट थमाए और पैसा देने के लिए अधिकारियों को फोन किया।
विजिलेंस का कहना है कि जब गगन धूपड़ ने प्रबंधनक जसमेर सिंह को फोन किया, तो उन्होंने एचएसआईआईडीसी के बाहर कमल बत्रा नाम के व्यक्ति को रिश्वत का पैसा देने की बात कही। इस पर गगन ने कमल बत्रा को कुंडली में एक लाख रुपये रिश्वत के तौर पर थमा दिए। साथ ही टीम को इशारा कर दिया। टीम ने इशारा पाते ही कमल बत्रा को मौके पर ही दबोच लिया। इसके पास से रिश्वत की पाउडर लगी एक लाख रुपये की राशि भी बरामद कर ली गई है। कमल बत्रा सोनीपत के कल्याण नगर का रहने वाला है।
इनका कहना हैं
विजिलेंस ने रिश्वत लेने के आरोप में कमल बत्रा को गिरफ्तार किया है। इसके पास से एक लाख रुपये की राशि बरामद कर ली गई है। जिन दो अधिकारियों जसमेर सिंह तथा एसके कटारिया के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत गगन धूपड़ ने दी थी, उनकी जांच की जा रही है। कमल बत्रा से पूछताछ के बाद आगे की कारवाई की जाएगी। अगर जांच में इनके नाम आते हैं, दोनों को मुकदमे में शामिल किया जाएगा।
निरीक्षक प्रशांत कुमार, विजिलेंस सोनीपत।