गोल्ड कोस्ट, कॉमनवेल्थ खेल गांव के भारतीय स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह को अंदर जाने की अनुमति न मिलने वाला मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया है और हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से इस पर सवाल किया है। शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस एस रविंद्र भट्ट और जस्टिस नजमी वजीरी की पीठ ने अपने खर्चे पर विदेश में बेटी का मैच देखने पहुंचे पिता पर अधिकारियों की कार्यवाई पर नाराजगी जाहिर की। पीठ ने सवाल करते हुए कहा कि अधिकारियों ने हरवीर सिंह को वहां पहुंचने के बाद मान्यता देने से इनकार क्यों किया। जबकि वह यह काम शुरुआत में ही कर सकते थे। पीठ ने सायना का पक्ष लेते हुए कहा कि एक बेटी का अपने पिता से भावनात्मक लगाव रहता है ऐसे में यह सायना के लिए मुश्किल समय था। दरअसल सायना के पिता के मुताबिक वह रात 11 बजे वहां पहुंचे,जबकि उनकी मदद के लिए वहां आईओए का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। सायना ने भी कहा कि वह भावुक होकर खेल में हिस्सा न लेने की बात कह गईं। उनका कहना था कि यह बिलकुल नहीं होता अगर आईओए उन्हें पहले इसके बारे में सूचित कर देता।
इसी बीच इस पूरे मामले पर सायना के पिता हरवीर सिंह ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें वहां पहुंचने के बाद मान्यता देने से इनकार कर दिया था। जबकि उनकी बेटी पहले ही उनका सारा खर्च जमा कर चुकी थीं। हरवीर सिंह ने कहा ‘वह यहां अपनी बेटी के खर्च पर उस सपोर्ट करने आए हैं। वह यहां गोल्ड कोस्ट के बीच पर घूमने के लिए नहीं आए हैं। सायना के पिता हरवीर सिंह एक पूर्व कृषि वैज्ञानिक हैं।