नई दिल्ली,मौसम विभाग के गर्मी का पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि उत्तरी राज्यों में गर्मी अगले तीन महीने जमकर कहर बरपाएगी। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान के अनुसार अप्रैल से जून के बीच उत्तरी राज्यों में पारा सामान्य से एक डिग्री ज्यादा रहेगा।
वैज्ञानिकों के अनुसार जलवायु परिवर्तन का असर अब मौसम पर साफ नजर आने लगा है। यही कारण है कि अप्रैल से जून के तीन महीनों में उत्तर पश्चिमी और उत्तरी राज्यों में पारा सामान्य से ज्यादा रहेगा। जबकि, पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में यह सामान्य से थोड़ा कम रहेगा। यह अब तक की परंपरा के विपरीत है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार दक्षिण और पूर्व के राज्यों में तापमान पिछले साल से भी थोड़ा कम रह सकता है।
मौसम विभाग तीन तरह से तापमान का आकलन करता है। इसमें अधिकतम, न्यूनतम एवं मध्यमान औसत तापमान को देखा जाता है। उत्तर पश्चिमी और उत्तरी राज्यों में तापमान में कुल औसत बढ़ोतरी लगभग एक डिग्री की होगी। उत्तर पश्चिमी और उत्तरी राज्यों में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली शामिल हैं। हालांकि, न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में कुछ राज्यों में अंतर हो सकता है।
मौसम विभाग ने संभागवार संभावित बढ़ोत्तरी का अनुमान भी जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार दिन में सर्वाधिक गर्मी अधिकतम तापमान की वजह से होती है। अधिकतम औसत तापमान में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में एक डिग्री से भी ज्यादा बढ़ोत्तरी की आशंका है। उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा उत्तर भारत के अन्य संभागों में यह बढ़ोत्तरी आधे से एक डिग्री के बीच रहेगी। औसत न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान में एक डिग्री, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में आधे से एक डिग्री की बढ़ोत्तरी होगी।
औसत मध्यमान तापमान में बढ़ोत्तरी
जम्मू-कश्मीर 1.07 डिग्री, हिमाचल प्रदेश 0.99 डिग्री, उत्तराखंड 0.71 डिग्री, पंजाब 1.36 डिग्री, दिल्ली 1.37 डिग्री, हरियाणा-चंडीगढ़ 1.37 डिग्री, पश्चिमी राजस्थान 1.17 डिग्री, पूर्वी राजस्थान 1.00 डिग्री, पश्चिम उप्र 1.00 डिग्री, पूर्वी उप्र 0.58 डिग्री।