नई दिल्ली,लोकसभा चुनाव को लेकर मोदी विरोधी दल एकजुट होकर तीसरे मोर्च की रुपरेखा तैयार रह रहे है। वहीं मोदी के धुर विरोधी जाने वाले लालू प्रसाद यादव ने अपने बयान से तीसरे मोर्च की घेराबंदी में जुटे नेताओं को झटका दे दिया है। रांची से दिल्ली के रास्ते पर ट्रेन में न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए लालू ने कहा भी कि इस वक्त बीजेपी के खिलाफ एकजुट विपक्ष की जरूरत है। इसी दौरान लालू ने तीसरे मोर्चे की संभावना को एक तरह से खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में ही विपक्ष के एकजुट होना चाहिए। लालू ने कहा कि कांग्रेस के बिना कोई फ्रंट नहीं बन सकता। लालू का यह बयान दिल्ली में बैठी ममता की कोशिश को जोरदार झटका है। जो कि मोदी और राहुल विरोधी दलों को मिलकर तीसरे मोर्च की तैयारी कर रही है।
उधर चर्चा के दौरान आरजेडी के मुखिया लालू यादव ने कहा कि मायावती और अखिलेश के साथ आने से खुशी हुई। लालू ने थर्ड फ्रंट को गैरजरूरी करार देते हुए कहा,मैं थर्ड फ्रंट को कांग्रेस से अलग नहीं मानता। कांग्रेस जब विपक्ष में है तो फिर वही फ्रंट है। विपक्ष में नेतृत्व के सवाल को लेकर आरजेडी नेता ने कहा,सबसे पहले लोग इकट्ठे तो हों फिर नेतृत्व की बात हो। हम लोग एक साथ हैं और सही दिशा में जा रहे हैं। बीजेपी ने विपक्ष के बंटवारे का फायदा उठाया है। राहुल के नेतृत्व में गठजोड़ के सवाल पर कहा कि इस बारे में सभी लोग मिल बैठकर बात करने की बात कहकर बात टल दी। लालू ने कहा सपा और बसपा के गठजोड़ के चलते बीजेपी वाले यूपी में हारे हैं। मध्यप्रदेश,राजस्थान में हार होने वाली है और कर्नाटक में भी कुछ इस तरह के हालात बन रहे हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार की बाबत पूछने पर लालू ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार पर पकड़ नहीं है। नीतीश की कोई सरकार ही नहीं है। उनकी कोई पकड़ नहीं है, हालात बेकाबू हो गए हैं। पूरे राज्य में बीजेपी ने आग लगा रखी है। हर जगह दंगे और हिंसा के हालात हैं।