दो अप्रैल तक के लिए LS स्थगित, सदन चलता तो सांसदों को कुछ बेहतर छोड़कर जाने का मौका मिलता : मोदी

नई दिल्ली,बजट सत्र के दूसरे चरण का आज 17वां दिन है और बुधवार को भी वाईएसआर कांग्रेस की ओर से लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था, लेकिन सदन में ऑर्डर में न होने की वजह से प्रस्ताव नहीं रखा जा सका। सांसदों के भारी हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को दो अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया, वहीं राज्यसभा में सांसदों की विदाई पर चर्चा की गई। पीएम मोदी ने राज्यसभा सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर सदन ठीक से चलता तो सांसदों को जाते-जाते कुछ बेहतर छोड़कर जाने का मौका मिल गया होता, लेकिन इससे आप लोग वंचित रह गए। इसके लिए विपक्ष ही नहीं दोनों तरफ के सदस्य जिम्मेदार है। सभापति और संसदीय कार्य राज्यमंत्री की कड़ी मेहनत से यह चर्चा मुमकिन हो पाई है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कुरियन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका हंसता हुआ चेहरा कोई नहीं भूल सकता। पीएम ने कहा कि सदन से दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके सचिन तेंदुलकर और दिलीप टर्की जैसे लोगों का अनुभव अब सदन को नहीं मिलेगा।
राज्यसभा के 40 सांसद अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर हो रहे हैं। सदन को आज रिटायर हो रहे सांसदों के अलावा विभिन्न दलों के नेताओं ने भी संबोधित किया। राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा पीएम मोदी और अमित शाह का भी धन्यवाद देना चाहूंगा, क्योंकि कई बार मैंने उनके लिए कटु शब्द कहे हैं, इसके बाद भी उन्होंने मुझे स्वीकार कर लिया।
पीडीपी सांसद नाजिर अहमद, मनोनीत सांसद के पारासरन, निर्दलीय सांसद एवी स्वामी ने भी सदन में उपस्थित सदस्यों को संबोधित किया। टीआरएस सांसद के. केशव राव, मनोनीत सदस्य अनु आगा ने भी सांसदों की विदाई पर सदन को संबोधित किया। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा यह जुदाई नहीं है, विदाई है। हम फिर कहीं न कहीं दोबारा मिलेंगे। अकाली दल के सांसद सुखदेव सिंह ढिंडसा ने कहा कि हम सामाजिक जीवन में आगे भी सक्रिय रहेंगे।
डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि सदन में हंगामा करना हमारा मकसद नहीं है, लेकिन कई बार राज्यों से जुड़े ऐसे मुद्दे होते हैं, जिन्हें उठाने के लिए शोर करना पड़ता है। उन्होंने सभी सांसदों के उज्जवल भविष्य की कामना की। एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल ने अपनी पार्टी के सांसद डीपी त्रिपाठी समेत विदा होने वाले सभी सांसदों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि रिटायर हो रहे सभी सांसदों के साथ काम करके बेहद अच्छा लगा। राज्यसभा में टीडीपी सांसद वाईएस चौधरी ने सांसदों की विदाई को बेहद दुखदायी बताया। बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्र ने का यहां से जाने वाले और चुनकर आने वाले सदस्यों को सदन का महत्व नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि यहां आने के लिए काफी तरह के बलों का इस्तेमाल करना पड़ता है।

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