नई दिल्ली, क्या भाजपा अन्ना की निजता में सेंध लगा रही है, क्या पुलिस भाजपा के इशारे पर लोकतंत्र का गला घोट रही है, क्या भाजपा को अन्ना के सत्याग्रह से सत्ता के बाहर होने का खतरा है। अन्ना पर नजर रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की चोरी करके भाजपा कार्यालय पहुंचाए जाने के आरोपों के बाद खड़े हो गए हैं। रामलीला मैदान में बने पुलिस कंट्रोल रूम से सीसीटीवी मॉनिटरिंग की ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है, जिनमें भाजपा ऑफिस पीटी लिखा हुआ है।ऐसे में सवाल यह है कि क्या पुलिस अन्ना की जासूसी कर रही है? इस बारे में पता लगने के बाद से अन्ना और अन्ना के समर्थकों में रोष स्थिति बनी हुई है। अन्ना ने कहा यह लोकतंत्र नहीं हुकूम तंत्र है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है। रामलीला मैदान में अन्ना हजारे की हर गतिविधि को पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजरबंद किया गया है। आंदोलन के पांचवे दिन सीसीटीवी फुटेज को लेकर बड़ा खुलासा हुआ होने के बाद अन्ना बोले कि यह समझ आता है कि पुलिस सुरक्षा कारणों की वजह से सीसीटीवी लगाकर उनकी निगरानी कर रही है, लेकिन पुलिस कंट्रोल रूम से मेरी सभी जानकारियां भाजपा कार्यलय किसके कहने पर भेजी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस पर बहुत दुखी हूं कि उनकी आजादी के अधिकार का अनन किया जा रहा है, जो लोकतंत्र में नहीं होता। उन्होंने मीडिया को बताते हुए आरोप लगाया कि उनकी हर गतिविधि की फुटेज की चोरी करके भाजपा कार्यालय में भेजने का क्या मकसद है। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया क पुलिस अपने कंट्रोल रूम से सीसीटीवी फुटेज की लाइव तस्वीरें भाजपा कार्यालय भेज रही है। अन्ना सत्याग्रह के कोर कमेटी सदस्य नवीन ने बताया कि रामलीला मैदान में बने पुलिस कंट्रोल रूम की सीसीटीवी फुटेज देखने पर उन्हें फुटेज के निचले कॉर्नर पर बीजेपी ऑफिस पीटी लिखा हुआ दिखाई दिया, जिसके बाद उन्होंने चोरी से कंट्रोल रूम में लगे मॉनिटरिंग स्क्रीन की तस्वीरें खींच ली।इसके बाद जब उन्होंने पुलिस से इस बारे में पूछा कि फुटेज पर बीजेपी ऑफिस पीटी का क्या मतलब है तो पुलिस ने उन्हें कहा कि यह टेक्रिकल प्रोबलम की वजह से हो रहा है।