पुलिस-रेत माफिया की गडज़ोड़ का खुलासा करने वाले पत्रकार को ट्रक ने कुचला

भिंड/पटना,देश के दो भाजपा शासित राज्यों में माफियागिरी और गुंडाराज की एक और बानगी सामने आई है। गुंडों ने दो पत्रकारों की हत्या कर दी। समाज में सच उगागर करने वाले दो पत्रकारों में से एक मध्यप्रदेश के भिंड निवासी है, जबकि दूसरा बिहार के आरा का रहने वाला है।
पहला मामला भिंड जिले का है जहां पर रेत माफिया और पुलिस की सांठगांठ का खुलासा करने वाले पत्रकार संदीप शर्मा की नेशनल हाइवे- 92 बायपास में कोतावली के सामने ट्रक से कुचलकर हत्या कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है ट्रक ने बाइक को जानबूझकर टक्कर मारी है। संदीप शर्मा वही पत्रकार हैं जिन्होंने अटेर के तत्कालीन एसडीओपी इंद्रवीर भदौरिया का स्टिंग किया था। संदीप ने रेत माफिया और पुलिस विभाग की साठगांठ का खुलासा किया था। संदीप ने पहले भी आशंका जताई थी कि पुलिस उन्हें झूठे प्रकरण में फंसा सकती है और उनकी जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने एसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की भी मांग की थी।
एसपी ने गठित की एसआईटी
संदीप शर्मा की मौत की जांच के लिए एसपी प्रशांत खरे ने एसआईटी गठित की है।
पुलिस ने अभी इस मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है, लेकिन 302 का मुकदमा अभी तक दर्ज नहीं हुआ है।
विपक्ष ने शिवराज पर साधा निशाना
सरकार आंख मूंदकर बैठी, सीबीआई जांच हो
भिंड में रेत माफिया और पुलिस गठजोड़ का पर्दाफ़ाश करने वाले पत्रकार की डंपर से कुचलकर हत्या- यह अत्यंत गंभीर एवं संदिग्ध मामला है जिसकी तत्काल सीबीआई जांच होनी चाहिए। मप्र में निडर खनन माफिया के हौंसले बढ़ते जा रहे है और नि:सहाय सरकार आंख मूंद कर बैठी है।
– ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद, गुना
बैकफुट पर आए मुख्यमंत्री
सरकार उच्च स्तरीय जांच कराएगी
पत्रकारों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। किसी भी हालात में गुडंागर्दी स्वीकार नहीं की जाएगी। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।
शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री
उधर बिहार में पत्रकार को जीप से कुचला
बिहार के आरा में एक पत्रकार नवीन निश्चल और उनके एक साथी की जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई। हालाकि पुलिस ने आरोपी मोहम्मद हरसू को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पत्नी गड़हनी गांव की पूर्व मुखिया है। उनका बेटा डब्लू भी इसमें आरोपी है, जिसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। भोजपुर एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि इस केस की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। दिवंगत पत्रकार नवीन के परिजनों के अनुसार- मेरे पिता की साजिश के तहत हत्या की गई। पूर्व मुखिया के पति हरसू से उनकी कहासुनी हुई थी। हरसू ने अपनी स्कॉर्पियो से मेरे पिता को कुचल दिया। जीप के पीछे दो बाइक चल रही थीं। घटना को अंजाम देने के बाद हरसू उन्हीं में से एक बाइक पर सवार होकर भाग गया। इस केस में दूसरा आरोपी डब्ल्यू पीरो में दंगा कराने का आरोपी है। वह हाल ही में जेल से छूटा है। गांव के दूसरे पूर्व मुखिया विनोद सिंह का आरोप है कि नवीन ने हरसू के खिलाफ खबर छापी थी, इसलिए हरसू ने उसकी हत्या कर दी।

 

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