बेंगलुरु (ईएमएस)। ऊबर ने अपने तीसरे बड़े वैश्विक बाजार से किनारा कर लिया है और अब वह भारत में राइड-शेयर की लीडर ओला के साथ अपनी जंग तेज करने के बारे में विचार कर रही है। ऊबर ने अपना साउथ ईस्ट एशिया कारोबार सॉफ्टबैंक की सहायक प्रतिद्वंद्वी कपंनी ग्रैब को बेच दिया है। इसके बदले में वह कंबाइंड इकाई में 27.5 फीसदी स्टेक लेगी। ऊबर के सीईओ दारा खुसरोशाही ने इस डील के बाद कंपनी के स्टाफ को भेजे पत्र में भारत का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन कहा कि यह पूछना सही है कि क्या अब कंसॉलिडेशन की राह पकड़ी जाएगी क्योंकि यह चीन और रूस के बाद अब साउथ ईस्ट एशिया तक में अपनी तरह की तीसरी डील रही है। उन्होंने कहा कि इस ट्रांजैक्शन ने हमें ऐसी पोजिशन में पहुंचा दिया है कि हम अपने प्रमुख बाजारों में असल फोकस और दमखम के साथ काम कर सकेंगे। हाल में नई दिल्ली आए खुसरोशाही ने ईटी से कहा था कि भारत उनके लिए एक प्रमुख बाजार है।