सोनीपत,पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय शंकर दयाल शर्मा से सम्मानित हो चुके वैद्य वीर चंद जैन की लापता बेटी आरती को पुलिस एक साल बाद भी तलाश नहीं कर सकी है। जिसके बाद अब डीजीपी ने युवती की तलाश के लिए 50 हजार रुपए देने की घोषना की है। हालांकि आरती के पिता ने अज्ञात पर उसे बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया लेकिन पुलिस उसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं जुटा पाई है। मई 2017 में राजलुगढ़ी माइनर में मिले शव को पिता अपनी बेटी का शव बता चुके हैं। उसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने डीएनए के लिए सैंपल भेजे हैं। वहीं अब तक रिपोर्ट न आने पर पीड़ित पिता ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि गन्नौर के अशोक नगर की रहने वाली आरती (26) 29 जनवरी, 2017 को अपने घर से दिगंबर जैन मंदिर में जाने के लिए निकली थी। उसके बाद से युवती अचानक लापता हो गई। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका। आरती के पिता वीरचंद जैन ने 2 फरवरी 2017 को गन्नौर थाना में बेटी के गायब होने की शिकायत देकर अज्ञात पर उसे बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए केस दर्ज कर लिया। वीर चंद जैन मामले को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका देकर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। मामले में डीजीपी हरियाणा की तरफ से अब 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। युवती का सुराग देने वाले को इनाम की राशि दी जाएगी। संदिग्ध अवस्था में लापता हुई आरती की तलाश शुरू की गई तो पुलिस को पता लगा था कि युवती अक्सर जैन मुनियों की सेवा में जाया करती थी। इतना ही नहीं कई बार वह सप्ताह भर तक मुनियों की सेवा में लगी रहती थी और घर नहीं लौटती थी।