नई दिल्ली,ऐतिहासिक भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के तकरीबन सात साल बाद सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केन्द्र में लोकपाल नियुक्त करने की अपनी मांग को लेकर आज से अनिश्चतकालीन भूख हड़ताल शुरू की। अन्ना के अलावा सन्तोष हेगड़े (कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त) और राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ संयोजक शिव कुमार शर्मा, किसान नेता सुनील गुजराती के अलावा एक पूर्व जज प्रितमपाल भी यहां पहुंचे। टीम अन्ना की कोर कमेटी ने तय किया है कि वही लोग इस आंदोलन से जुड़ेंगे जो शपथ पत्र देंगे कि वे न राजनीति में रहेंगे न ताउम्र राजनीति में जाएंगे।
कार्यकारिणी समन्वय समिति व मीडिया प्रमुख जयकांत मिश्र ने बताया कि यह सत्याग्रह अनिश्चितकालीन है। सशक्त लोकपाल, किसानों के ऋण माफी और निष्पक्ष चुनाव जैसी हमारी मांगे जब तक नही मानी जाती तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे। यहां महाराष्ट्र विदर्भ, कर्नाटक, राजस्थान,हरियाणा, यूपी, गुजरात, एमपी, छत्तीसगढ़, बिहार और उड़ीसा से यहां किसान पहुंचे है। गौरतलब है कि हजारे कृषि पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के अलावा केन्द्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति की मांग पर जोर दे रहे हैं।इधर, 6 साल बाद एक बार फिर दिल्ली का रामलीला मैदान समाजसेवी अन्ना हजारे का कुरुक्षेत्र बन गया है। अपनी तमाम मांगों को लेकर उन्होंने केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को खबरदार किया है। इस महाआंदोलन की शुरुआत करने से पहले शुक्रवार सुबह वह राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर गए और वहां पर उन्होंने बापू को नमन किया है। इसके बाद अन्ना सीधे रामलीला मैदान पहुंचे और अपने हजारों समर्थकों की मौजदूगी में मंच पर सबसे पहले तिरंगा लहराया है। अन्ना ने कहा कि मैंने सरकार को ४२ बार पत्र लिखा, लेकिन सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया और अंत में मुझे अनशन पर बैठना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अंग्रेज चले गए, लेकिन लोकतंत्र नहीं आया। सिर्फ गोरे गए और काले आ गए। अपनी मांगों के संदर्भ में अन्ना हजारे ने कहा कि सिर्फ जुबानी आश्वासन पर अनशन नहीं रुकेगा, बल्कि पुख्ता निणय लेना पड़ेगा। अन्ना ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि आंदोलनकारियों को यहां आने से रोका जा रहा है। क्या यही लोकतंत्र है। अन्ना हजारे ने लंबी लड़ाई का संकेत देते हुए कहा कि जब तक शरीर में प्राण है बात करेंगे। उन्होंने कहा कि ८० वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से मृत्यु होने की बजाए समाज की भलाई के लिए मृत्यु हो।
–चप्पे-चप्पे पर पैरामिलिट्री
सभा में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। रामलीला मैदान के चारों तरफ व अंदर भी चप्पे-चप्पे पर पैरामिलिट्री व दिल्ली पुलिस तैनात है। किसी भी तरह की संभावनाओं से निबटने के लिए दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी की है। रामलीला मैदान के अंदर, मंच के चारों तरफ व मैदान में प्रवेश व निकासी वाले सभी द्वारों पर पर्याप्त पुलिसकर्मी मौजूद हैं। पुलिस का कहना है कि मेटल डिटेक्टर से गुजरने के बाद मैन्युअल जांच करने के बाद ही किसी को अंदर जाने दिया जाएगा। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार किसानों समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर समाजसेवी अन्ना हजारे दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बार फिर अनशन पर बैठने जा रहे हैं। इस बार भी उनके साथ २०११ जैसी ही कार्यकर्ताओं की एक टीम होगी। अन्ना ने सरकार के सामने किसानों के मुद्दे पर अलग-अलग मांगे रखी हैं।