रांची,एक करोड़ रुपए के इनामी नक्सली भाकपा (माओवादी) के सेंट्रल कमेटी सदस्य देवकुमार सिंह उर्फ अरविंद का दिल का दौरा पड़ने से मौत होने की सूचना मिली। बुधवार की शाम यह सूचना झारखंड पुलिस मुख्यालय तक भी पहुंची, जिसकी सत्यापन में पुलिस जुट गई है। एडीजी ऑपरेशन आरके मल्लिक ने बताया कि सूचना तो मरने की मिली है, पुलिस इसके सत्यापन में जुटी है। मूल रूप से बिहार के जहानाबाद जिले के सुकुलचक के रहने वाले इस नक्सली की तलाश में तीन राज्यों (बिहार, झारखंड व छत्तीसगढ़) की पुलिस लगी हुई थी। अरविंद का लोकेशन पलामू-गढ़वा-लातेहार व छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ पर मिला था। बूढ़ा पहाड़ पर पुलिस का अभियान लगातार चल रहा है। चारों तरफ से पुलिस नक्सलियों को घेरने में जुटी हुई है।
बिहार, झारखंड व छत्तीसगढ़ की तमाम बड़ी घटनाओं में संलिप्त अरविंद पर करीब 150 मामले दर्ज हैं। वह 2006-07 में जहानाबाद जेल ब्रेक का मास्टरमाइंड था। औरंगाबाद के गोह स्थित एमबीएल कंपनी में हुई हथियार लूट में भी इसकी संलिप्तता बताई जाती है। अरविंद पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और बिहार में भी 50 लाख रुपये का इनाम है। वह पटना विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर है। उसकी पत्नी आंगनबाड़ी सेविका है, जिसका नाम प्रभावती है। उसकी लिप्तता नक्सलियों को लेवी पहुंचाने में पाई गई थी और उसे 2012 में गिरफ्तार किया गया था। अरविंद पांच नक्सली अंगरक्षकों की सुरक्षा में रहता था। उसके खिलाफ एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) भी जांच कर रही है, क्योंकि उसके ठिकाने में छापेमारी के दौरान एक ऐसा हथियार मिला था जो आतंकियों के पास होते हैं। झारखंड पुलिस के लिए वांटेड एक करोड़ रुपये का इनामी सुधाकर उर्फ सुधाकरण पर पुलिस का घेरा कसता जा रहा है। वर्तमान में उसकी लोकेशन गुमला-लातेहार व लोहरदगा सीमा पर मिली है, जिसके बाद से ही सीआरपीएफ व जिला बल के जवान घेराबंदी करने में जुटे हैं।