J & K में भीड़ को रोकने के लिए इस्तेमाल होंगी प्लास्टिक की गोलियां

श्रीनगर,कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनों की स्थिति में भीड़ को काबू करने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों द्वारा अब प्लास्टिक बुलेट्स का इस्तेमाल किया जाएगा। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि हिंसक प्रदर्शन की स्थिति में सुरक्षाबलों द्वारा अब पैलेट गन के विकल्प के रूप में प्लास्टिक बुलेट्स का इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि घाटी में साल 2016 में हुई हिंसा के बाद से ही सुरक्षाबलों द्वारा इस्तेमाल की जा रही पैलेट गन का विरोध किया जा रहा है। इसके बाद सरकार ने इसका विकल्प तलाशने की बात कही थी। पैलेट गन के उपयोग के कारण तमाम लोगों की जान जाने के कारण कश्मीर के तमाम संगठन इसका विरोध कर रहे थे, जिसके बाद सरकार ने पुणे ऑर्डिनेंस फैक्ट्री और डीआरडीओ को प्लास्टिक बुलेट्स को बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। जानकारी के मुताबिक सरकार के निर्णय के बाद कश्मीर में हिंसा के हालात में पैलेट गन के विकल्प के रूप में प्लास्टिक बुलेट्स का इस्तेमाल होगा। हालांकि सुरक्षाबलों को आपात स्थिति में पैलेट गन के इस्तेमाल की भी छूट होगी। गौरतलब है कि साल 2016 में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में करीब चार महीने तक हिंसा हुई थी। इस हिंसा के कारण जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को करीब 16 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। हिंसक प्रदर्शन के दौरान बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा कई बार पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया था।

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