नई दिल्ली,कर्नाटक विधानसभा चुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने हाथ में ले ली है।उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 16 केंद्रीय मंत्रियों 24 सांसदों तथा 55 संगठन के पदाधिकारियों की टीम को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने तक तैनात कर दिया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक केंद्रीय मंत्री को 4 विधानसभा सीटों का जिम्मा दिया गया है। वह निरंतर 4 विधानसभा क्षेत्र की बूथ कमेटी, कार्यकर्ताओं से संबंधित चुनाव प्रचार पर सतत निगाह रखेंगे। इसकी रिपोर्ट अमित शाह को लगातार करेंगे।
गोरखपुर फूलपुर उपचुनाव में मिली पराजय के बाद भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व बहुत सजग हो गया है। लोकसभा चुनाव के पूर्व कर्नाटक का यह विधानसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। इसका असर मध्य प्रदेश राजस्थान छत्तीसगढ़ और लोकसभा के आगामी चुनाव में निश्चित रूप से पड़ेगा। इसलिए पार्टी कोई भी कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती है।
जिन 16 मंत्रियों को शाह ने जिम्मेदारी सौंपी है। उसमें जेपी नड्डा, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, धर्मेंद्र प्रधान, मनोज सिन्हा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत, पीपी चौधरी, अर्जुन राम मेघवाल, शिव प्रताप शुक्ल, पी राधाकृष्णन, सत्यपाल सिंह, मनसुख मंडाविया, वीरेंद्र कुमार सी, आर चौधरी तथा डॉक्टर महेश शर्मा है। भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व, सर्वे के आधार पर जो जानकारी मिली है। उसके अनुसार ही टिकट वितरण करने का निर्णय लिया है। पार्टी ने स्पष्ट रूप से कर्नाटक के नेताओं को कहा है, कि वह टिकटों की सिफारिश नहीं करें। जीतने वाले उम्मीदवार को ही पार्टी टिकट देगी।