भोपाल,सत्तारुढ पार्टी के नेताओं को खुश करने के लिए निगम-मंडल और बोर्ड में अध्यक्ष बना दिया जाता है लेकिन उनके पास कार्यालय होता है और ना काम। इन राजनीतिक नियुक्ति के चलते सरकारी खजाने पर भी आर्थिक बोझ और बढ जाता है। राज्य सरकार ने नए साल में खजुराहो पर्यटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद पर डॉ.घासीराम पटेल को नियुक्त किया लेकिन उन्हें तीन माह से कार्यालय ही नहीं मिल पाया है। लिपिकीय और अधिकारी वर्ग से भी कोई पदस्थ नहीं किया गया है। डॉ. पटेल ने नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर अपना दर्द बयां किया है। वहीं चार साल पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य वस्त्र स्वच्छता मंडल के गठन की घोषणा की थी। इसे केबिनेट ने मंजूर भी कर दिया। शासन से एक करोड़ का बजट भी मिला परन्तु इस बजट से एक कौड़ी खर्च नहीं हुई। मंडल के गठन का कार्य भी ठप है। खजुराहो पर्यटन विकास प्राधिकरण का गठन खजुराहो में पर्यटन विकास को लेकर किया गया है। इसके अध्यक्ष छतरपुर जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ.घासीराम पटेल को बनाया गया है। उन्हें सरकार ने केबिनेट स्तर का दर्ज दिया है लेकिन ये मंत्री अपने कार्यालय के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
डॉ.पटेल ने बताया कि तीन माह से वे लगातार नगरीय प्रशासन विभाग के संपर्क में हैं। विभाग को अवगत कराया है कि उन्हें खजुराहो में स्थान नहीं मिल रहा है। स्टाफ को लेकर भी नगरीय प्रशासन ने आगे की कार्रवाई नहीं की है। इधर, वर्ष 2013 में केबिनेट ने राज्य वस्त्र स्वच्छता मंडल को हरी झंडी दी थी। सीएम की घोषणा पर मुहर लगने के बाद से मंडल गठन का काम ठप है। मंडल का उद्देश्य है कि परम्परागत वस्त्र स्वच्छता में शामिल संवर्ग के समग्र विकास को सुनिश्चित करने सुझाव देगा। वस्त्र स्वच्छता में संलग्न के संबंध में कल्याणकारी योजना के लिए संबंधित विभागों को अनुशंसाएं देना है। इसमें एक-एक अध्यक्ष व उपाध्यक्ष व तीन सदस्यों के नियुक्त करने का प्रावधान किया गया। सरकार ने एक करोड़ से ज्यादा का बजट भी दिया फिर भी खर्च का ब्यौरा शून्य है।