नई दिल्ली,एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस ने अपनी नाराजगी जताई है। अपनी प्रतिक्रिया में कांग्रेस ने नाराजगी जताते हुए सवाल किया है कि इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुप क्यों हैं? क्या उनकी चुप्पी को सहमति मान लिया जाए? इतना ही नहीं, कांग्रेस ने इस एक्ट को कमजोर करने के लिए भाजपा और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा गरीब और दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है। कांग्रेस ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के चलते देश में सबसे ज्यादा दलितों पर अत्याचार हो रहा है।
बुधवार को कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया,अहमद पटेल,आनंद शर्मा, कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा, यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। जानबूझकर सरकारी पक्ष ने अदालत में सही पक्ष नहीं रखा जो सीधे तौर पर सरकार की मंशा को दर्शाता है। गरीब और दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है। मोदी सरकार के चलते देश में सबसे ज्यादा दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। एससी-एसटी एक्ट खत्म करने की भाजपा और आरएसएस की साजिश है। कांग्रेस ने कहा भाजपा इस कानून को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और इस पर फिर से विचार करने की जरूरत।
कांग्रेस ने कहा कि हर 12 मिनट में एक दलित पर अत्याचार हो रहा है। 40 हजार आठ सौ मुकदमें हुए हैं और सरकार के आंकड़े कहते हैं कि इस मामले में महज 25 फीसदी केस में ही सजा मिलती है। मोदी सरकार ने एसएसटी सब प्लान को खत्म कर दिया। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के समर्थन से शोषण हो रहा है. कांग्रेस ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर फैसला बहुत अफसोसजनक है। आपको बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए है। कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई तत्काल गिरफ्तारी नहीं होगी। गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है और गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है। कांग्रेस इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी।