मुंबई,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास के नोटिस पर फैसला उचित समय आने पर लिया जाएगा। विपक्षी दल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 5 मार्च को अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास का नोटिस दिया था। उन्होंने बागड़े पर सदन की कार्यवाही चलाने में पक्षपात करने का आरोप लगाया।
विपक्षी दलों ने बिना किसी चर्चा के राज्यपाल सी.विद्यासागर राव के संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए भी उनकी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा करके अध्यक्ष ने सरकार को‘‘ चर्चा से भागने’’ दिया। राकांपा के अजीत पवार ने तब कहा था कि अविश्वास के नोटिस को 14 दिन में मंजूर किया जाए और पूर्व की तरह अध्यक्ष इस मामले का निपटान होने तक सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता ना करें। विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने यह मुद्दा आज विधानसभा में उठाया। उन्होंने पूछा कि अविश्वास के नोटिस को मंजूर किए जाने की 14 दिन की अवधि के कल खत्म होने के बाद भी इस मामले को दिन की कार्यवाही में सूचीबद्ध क्यों नहीं किया गया।
राकांपा के दिलीप वालसे पाटिल ने भी विपक्ष के नेता का समर्थन किया। उन्होंने कहा,इस मुद्दे को मंगलवार को दिन की कार्यवाही में सूचीबद्ध किया जाना चाहिए और इस पर प्रस्ताव लाना चाहिए क्योंकि 29 सदस्य इसके समर्थन में हैं। इस पर फडनवीस ने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि नोटिस देने की 14 दिन की अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद सदन में प्रस्ताव पेश किया जाए। उन्होंने निचले सदन में कहा, ‘‘हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और उचित समय आने पर विधानसभा में इस पर बात करेंगे। हम इस पर चर्चा करेंगे और उसके अनुसार फैसला लेंगे।’’