मुंबई, महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने पुणे में तीन संदिग्ध बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया है. इन तीनों पर आतंकी संगठन अलकायदा के लोगों को देश में छिपने में मदद करने का आरोप है. इन तीनों के तार बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम से जुड़े बताए जा रहे हैं. महाराष्ट्र एटीएस की टीम ने इन तीनों को पुणे के वानवडी और आकुर्डी इलाके से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि अंसारुल्लाह बांग्ला टीम संगठन अलकायदा के लिए काम करता है. जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीन में से 2 संदिग्ध बांग्लादेश के खुलना और पुष्ककाली ज़िले के हैं, जबकि तीसरा संदिग्ध शरियतपुर ज़िले के बिराजकुंडी गांव का निवासी है. दरअसल
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने महाराष्ट्र पुलिस को अलर्ट किया है कि एबीटी ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे कुछ बांग्लादेशियों को अपने स्लीपर सेल में शामिल किया है. इसी अलर्ट के बाद एटीएस की कई अलग-अलग टीमें पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में अवैध रूप से बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं. इसी क्रम में शनिवार को पुणे में तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों से कई फर्जी दस्तावेज, भारत और बांग्लोदश की मुद्रा और फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए सिम कार्ड बरामद हुए हैं. बताया गया है कि बीती 16 मार्च को एटीएस को गुप्त जानकारी मिली कि वानवड़ी और आकुर्डी में कुछ बांग्लादेशी गैरकानूनी तरीके से रह रहे हैं. यह तीनों बांग्लादेश के आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के सदस्य हैं और पुणे में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त हैं. सूचना मिलते ही पुणे एटीएस की टीम फौरन हरकत में आ गई और इन लोगों की खोजबीन शुरू कर दी. पहले एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ करने के बाद बाकी दोनों संदिग्ध भी गिरफ्तार कर लिए गए. जांच में तीनों के बांग्लादेशी के होने की बात सच निकली. ये तीनों पिछले पांच साल से भारत में रह रहे हैं, जबकि इनके पास भारत में आने के कोई अधिकृत कागजात भी नहीं हैं. अब एटीएस की टीम ने इनसे कड़ी पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि इनका आतंकी संगठन पुणे या भारत में कहां कहां दहशत फैलाने वाला है. तीनों संदिग्ध 29 मार्च तक पुलिस कस्टडी में रहेंगे. सूत्रों के मुताबिक के मुताबिक बांग्लादेश के आंतकवादी संगठन अनसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) ने महाराष्ट्र में अपना स्लीपर सेल बनाया है. इस संबंध में आईबी की ओर से महाराष्ट्र एटीएस को एक अलर्ट भी भेजा गया है, जिसके बाद एटीएस ने शनिवार को पुणे से तीन बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है. एटीएस सूत्रों का कहना है कि पुणे में जिन लोगों को पकड़ा गया, उन्होंने एबीटी के सदस्यों को महाराष्ट्र में शरण दी थी. बता दें, हाल ही में नवी मुंबई से भी एटीएस ने आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया. इनमें पांच बांग्लादेशी व एक झारखंड का टेलर है. बांग्लादेशियों के पास से आधार कार्ड और पैन कार्ड भी मिले थे. पैन कार्ड झारखंड का टेलर बनवाता था, वहीं अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी इस टेलर को अपना नाम और कहीं का भी अड्रेस दे देते थे. टेलर इसके बाद फर्जी दस्तावेजों पर न सिर्फ इनके पैन कार्ड बनवाता था, बल्कि अपने पते पर इन्हें मंगवा भी लेता था. इन पैन कार्ड से बांग्लादेशियों के बैंक खाते खुलते थे, जिनके पासबुक की मदद से आरोपी अपना आधार कार्ड भी बनवा लेते थे. बता दें कि गिरफ्तार स्लीपर सेल्स को जिस अनसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) का सदस्य बताया गया है, उसे अलकायदा से प्रभावित हुआ संगठन माना जाता है.