जयपुर, इस साल के अंत में होने वाले चुनावों की रणभेरी जल्द बजने वाली है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अगले महीने से प्रदेशभर में चुनावी यात्रा पर निकल सकती हैं। यात्रा से पहले एक ओर जहां सत्ता और संगठन को कसने की तैयारी हो रही है, तो वहीं यात्रा के बाद और चुनावों से पहले कई घोषणाएं हो सकती हैं। इस साल की शुरुआत में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर मिली करारी हार ने सत्ताधारी बीजेपी को बैचेन करके रख दिया है। उपचुनावों में जनता के मूड को भांपने में फेल रही भाजपा अब सतर्क हो गई है। यही कारण है कि पार्टी आठ महीने पहले से ही चुनावी तैयारियों में जुट गई है। वसुंधरा राजे अप्रैल से चुनावी यात्रा शुरू कर सकती हैं। इसके लिए रोड मैप तैयार किया जा रहा है। अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह से चुनावी यात्रा शुरू कर जून तक प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में पहुंचने की उनकी तैयारी है। इस यात्रा के दौरान लोगों की समस्याओं को चिन्हित किया जाएगा। साथ ही विकास कार्यों से जनता को अवगत कराया जाएगा। वसुंधरा राजे की मंशा है कि चुनावों की आचार संहिता लगने से पहले चुनावी यात्रा में मिली लोगों की समस्याओं को समय रहते दूर कर उन्हें कई बड़ी सौगातें दे दी जाएं, ताकि चुनावों में इसका फायदा मिल सके। जानकारी के अनुसार, सत्ता और संगठन में जल्द बड़ा फेरबदल संभव है। इसके तहत जल्द ही नॉन परफोर्मिंग अधिकारियों को फील्ड से हटाया जाएगा। ऐसी चर्चाएं भी जोरों पर हैं कि जल्द ही कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियों में बदलाव हो सकता है। कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है।