नई दिल्ली,आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग और पीएनबी धोखाधड़ी मामले सहित कई मुद्दों पर लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण गुरुवार को सदन की कार्यवाही बाधित रही और अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही दो महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिये स्थगित कर दी। एक बार के स्थगन के बाद सदन की बैठक फिर से शुरू होने पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, तेदेपा, वाईएसआर कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और टीआरएस के सदस्य अपने अपने मुद्दों पर नारेबाजी करते हुए आसन के पास आ गये। हंगामे के बीच ही अध्यक्ष ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए। तेदेपा के सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री अशोक गजपति राजू ने मंत्रिपरिषद से अपने इस्तीफे के संबंध में एक वक्तव्य दिया। इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे सभी सदस्य कुछ देर के लिए शांत हो गए। इसके बाद में हंगामा और तेज हो गया और अध्यक्ष ने श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार को कर्मचारियों को ग्रेच्यूटी देने से संबंधित ‘उपदान संदाय (संशोधन) विधेयक, 2017 रखने को कहा। इस पर कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस महत्वपूर्ण विधेयक पर सदन में सभी दलों के सदस्यों द्वारा चर्चा जरूरी है। सरकार को इसके लिए सदन को सुचारू ढंग से चलाना सुनिश्चित करना चाहिए।
हालांकि शोर-शराबे के बीच विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई। विधि राज्य मंत्री पी पी चौधरी द्वारा पेश ‘विशिष्ठ राहत (संशोधन) विधेयक, 2017’ (स्पेशिफिक रिलीफ एमेंडमेंट बिल 2017) को विपक्ष के सभी संशोधनों को खारिज करते हुए पारित कर दिया गया। दोनों विधेयक पारित होने के बाद अध्यक्ष ने सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर तेलगूदेशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने और राज्य से संबंधित अन्य मांगें उठाते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड बनाने की अपनी मांग पर, वहीं तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य अपने राज्य में आरक्षण के मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए आगे आ गये। कांग्रेस के सदस्य पीएनबी धोखाधड़ी मामले पर अपना विरोध दर्ज करा रहे थे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण से संबंधित हेमा मालिनी के एक पूरक प्रश्न का उत्तर भी शोर-शराबे के बीच दिया। लेकिन इस दौरान नारेबाजी और तेज हो गयी। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस और विरोध प्रदर्शन कर रहे अन्य सभी दलों के सांसदों से आसन के पास से अपनी सीटों पर जाने का तथा कार्यवाही चलने देने का आग्रह करते हुए कहा कि सरकार पहले दिन से आंध्र प्रदेश, बैंकिंग और कावेरी नदी जल सहित सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। हालांकि हंगामा कर रहे सदस्यों पर सरकार की अपील का कोई असर नहीं पड़ा और हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की बैठक शुरू होने के करीब पांच मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।