नई दिल्ली,इन दिनों राजनेताओं की लोकप्रियता जांचने का एक प्रमुख आधार सोशल मीडिया पर उनकी फॉलोइंग को भी माना जाने लगा है। ट्विटर इस मामले में खासा अहम है। इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद नेताओं के तमाम फॉलोअर्स फर्जी होने की बात भी सामने आई है। आपको जान कर आश्चर्य होगा कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी जैसे दिग्गज नेताओं के 60 फीसदी से ज्यादा फॉलोअर्स फर्जी हैं।
ट्विटर ऑडिट की सहायता से पता लगाने की कोशिश की है कि देश के शीर्ष नेताओं के कितने ट्विटर फॉलोअर फर्जी हैं। कई महीने पहले ऑडिट किए गए एकाउंट्स से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 61 लाख 15 हजार फॉलोअर हैं, जिनमें से 69 फीसदी फर्जी हैं। वहीं, 1 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स वाले अमित शाह के 67 फीसदी फॉलोअर्स फर्जी हैं। सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय रहने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर के भी 62 फीसदी फॉलोअर फर्जी हैं।
फर्जी फॉलोअर्स की बात करें तो पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में 61 फीसदी के साथ चौथे स्थान पर आते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल के भी आधे से ज्यादा फॉलोअर्स फर्जी हैं। राजनीति में नई एंट्री करने वाले दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत के 26 फीसदी ट्विटर फॉलोअर्स फर्जी हैं। ट्विटर पर फर्जी फॉलोअर्स का मामला अकेले भारत में ही नहीं है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसी तमाम हस्तियां हैं, जिनके बड़ी संख्या में फर्जी फालोअर्स हैं।
ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के भी 48 फीसदी ट्विटर फॉलोअर्स फर्जी हैं। हिलेरी क्लिंटन के 31 फीसदी और डॉनल्ड ट्रंप के 26 फीसदी फॉलोअर्स फर्जी हैं। ट्विटर ऑडिट की वेबसाइट के मुताबिक इस टूल के जरिए 5,000 फॉलोअर्स का सैंपल लिया जाता है और उनका ट्वीटस, फॉलोअर्स, म्युचूअल फॉलोज और अन्य पैरामीटर्स के आधार पर आकलन किया जाता है। इससे पता चलता है कि कितने ट्विटर फॉलोअर फर्जी हैं और कितने वास्तविक। हालांकि यह सच्चाई जानने का एकदम सटीक तरीका नहीं है, लेकिन फिर भी इससे सच्चाई काफी हद तक सामने आ जाती है।