श्रीनगर,आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर को श्रीनगर में आयोजित पैगाम-ए-मोहब्बत कार्यक्रम में भारी विरोध के चलते अपना भाषण बीच में ही बंद कर देना पड़ा। वह बोल ही रहे थे कि लोगों ने भारत विरोधी और कश्मीर की आजादी के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस वजह से श्री श्री को अपने भाषण और फिर संवाददाताओं से बातचीत का कार्यक्रम संक्षिप्त कर देना पड़ा। श्री श्री पैगाम-ए-मोहब्बत नाम के कार्यक्रम में श्रीश्री शनिवार को शामिल होने आए थे। इस दौरान कुछ प्रतिभागियों ने आरोप लगाया कि आयोजकों ने उन्हें इस वादे के साथ यहां बुलाया है कि उनका बैंक ऋण ऑन द स्पॉट माफ कर दिया जाएगा। कुछ ने कहा कि उन्हें कार्यक्रम में सिलाई मशीन देने का वादा भी किया गया था। कार्यक्रम स्थल से करीब 110 किलोमीटर दूर उत्तरी कुपवाड़ा जिले से आए एक प्रतिभागी मोहम्मद अतलफ ने बताया, ‘हमें बताया गया था कि एक मुस्लिम धर्मगुरु और एक गैर सरकारी संगढठन मिलकर उन्हें क्रिकेट किट बांटेंगे।
एक स्थानीय रिपोर्टर ने बताया कि घाटी के अलग-अलग स्थानों से करीब एक हजार लोग इवेंट में शामिल हुए थे। विरोध-प्रदर्शन के विडियो सोशल मीडिया पर अपलोड होने के साथ ही वायरल हो गए। आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा जारी बयान में कहा गया है श्री श्री रविशंकर ने कश्मीर के लोगों, विशेष रूप से युवाओं से धरती के स्वर्ग में शांति बहाली की प्रक्रिया में शामिल होने का आह्वान किया है, जहां पिछले दशकों से हिंसा और अशांति से दबदबा रहा है।’ वहीं कार्यक्रम के आयोजक जम्मू-कश्मीर को-ऑर्डिनेशन कमेटी (जेकेसीसी) ने कहा कि इस आयोजन का मकसद कश्मीर में हिंसा का स्थायी समाधान खोजना था।