मुंबई,अभिनेत्री अनुष्का शर्मा इस बार एक अलग ही अंदाज में डराने के लिए तैयार हैं। परी फिल्म के टीज़र और पोस्टर्स ने तो पहले से ही तहलका मचा रखा था। इस फिल्म से डायरेक्शन के क्षेत्र में प्रोसित रॉय ने कदम रखा है। इस फिल्म की कहानी अर्नब (परंब्रता चटर्जी) और पियाली ( रिताभरी चक्रवर्ती) के मिलन से शुरू होती है। जब यह दोनों एक-दूसरे को शादी के लिए पहली मुलाकात में मिलते हैं। इस मुलाकात के बाद जब अर्नब अपने माता-पिता के साथ कार से घर की तरफ वापस आता है तो उसी दौरान सड़क हादसे में एक अजीब सी घटना घटती है, जिसकी वजह से इनकी मुलाकात रुखसाना खातून (अनुष्का शर्मा) से होती है। रुखसाना के पैर में बेड़ियां होती हैं और कुछ ऐसी बातें घटती हैं जिसकी वजह से रुखसाना को अर्नब के साथ उसके घर जाना पड़ता है। अर्नब एक अकेले घर में रहता है और उसके माता-पिता किसी और घर में रहा करते हैं, कहानी में अलग मोड़ तब आता है, जब हासिम अली (रजत कपूर) की एंट्री होती है। कई सारे राज के ऊपर से पर्दा उठता है और अंततः इस परी कथा को अंजाम मिलता है जिसे जानने के लिए आपको नजदीकी सिनेमाघर तक जाना पड़ेगा।
पहली फिल्म के हिसाब से प्रोसित रॉय का अभिनय बढ़िया है। लिखावट, किरदारों के हावभाव और संवाद भी अच्छे हैं, वहीँ डायरेक्शन, लोकेशन, सिनेमेटोग्राफी कमाल की है। कैमरा वर्क और रीयल लोकेशन आपको हैरान करते हैं। लिखावट काफी दिलचस्प है, जो कि संवादों के हिसाब से आपको अचानक से हिलाता भी है। फिल्म की रिलीज से पहले जितने भी टीचर सामने आए हैं उनके साथ हर पल में आपको डर का अनुभव जरूर हुआ था, जो कि फिल्मांकन के दौरान और भी डरावना होता है। कई सारे ऐसे दृश्य हैं जो आपको हैरान कर देते हैं। अनुष्का की बहुत ही शानदार एक्टिंग आपको बांधकर रखती है और उनके हावभाव आपको डराने के साथ ही सोचने पर भी विवश करते हैं। यह भी कह सकते हैं कि यह उनके करियर की सर्वोत्तम फिल्म है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर कमाल का है और वीएफएक्स जबरदस्त हैं। मानसी मुल्तानी, रजत कपूर, परम्ब्रता चैटर्जी ने भी सहज अभिनय किया है और इन सभी किरदारों की मौजूदगी फिल्म को एक नया रूप देती है। रजत कपूर को आपने इस अवतार में कभी नहीं देखा होगा, वहीं पर परंब्रता ने बहुत ही बढ़िया काम किया है। एक और अच्छी बात है कि तथ्यों के आधार पर इस में एक अच्छी कहानी देखने को मिलती है और 90 के दशक में किस तरह से बांग्लादेश और कोलकाता के बीच कुछ अहम बातों का आदान प्रदान हुआ था यह भी बड़े ही अच्छे तरीके से सामने रखी गयी है।