भोपाल,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि आज मध्यप्रदेश में फोर – पी की सरकार है। जहां सिर्फ पैसों के लिए किसी भी हद तक सरकार जा सकती है। प्रचार, प्रपंच और पाखंड करते हुए इस सरकार ने 14 साल में प्रदेश को आज भी बीमारू बना रखा है। यह खुद सरकार के आकंडें बताते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि यह सरकार इवेंट की सरकार है जो अपनी ब्राडिंग, प्रचार और प्रपंच और पाखंड के लिए तरह-तरह के उपक्रम करती रहती है। सिंह आज विधानसभा में राज्यपाल के कृतज्ञता ज्ञापन पर हुई चर्चा में बोल रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में बालिका, शिशु और मातृ मृत्यु दर की बदतर हालत है। स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट, कुपोषण चरम पर है। शिक्षा के हालात भी बदतर हैं। बेरोजगारों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। सरकार की फिजूलखर्ची के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति बदतर हो गई है। आज प्रदेश में डेढ़ लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है। सामाजिक सूचकों की दृष्टि से मध्यप्रदेश दूसरे समृद्ध राज्य से बहुत पीछे है। औद्योगिक विकास के नाम पर सिर्फ ढिढोंरा पीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कृषि विकास दर बढ़ रही है, कृषिकर्मण अवार्ड मिल रहे है, तब सवाल यह है कि किसान आत्महत्या क्यों कर रहा है। यह स्थिति इसलिए कि सरकार ने किसानों की मूल समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। आज 14 साल बाद भी कर्मचारियों में असंतोष है।
मध्यप्रदेश के हितों का गुजरात ट्रांसफर –
मध्यप्रदेश के हितों को गुजराज के हितों को साधने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार ने गिरवी रख दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के कारण सरदार सरोवर बांध के उद्घाटन के समय बड़ी मात्रा में पंचाट के नियमों के विरूद्ध गुजरात को पानी दिया गया। सिंह ने कहा कि गिर के शेरों को लाने के लिए प्रदेश में सालों पहले कूनो सेन्चूरी बनाई गई। 25 आदिवासी बाहुल गांवों को विस्थापित किया गया। लेकिन हमारे मुख्यमंत्री आज तक गुजरात के शेरों को लाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।