नई दिल्ली,आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने को मांग को लेकर दिल्ली के सांसद मार्ग पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। इसमें शामिल होने आए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से मांग की कि वो आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दे। कांग्रेस अध्यक्ष ने ये एलान किया कि 2019 में सरकार बनने पर वो सबसे पहले आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देंगे। इस प्रदर्शन की एक और अहम बात ये रही कि जब राहुल गांधी भाषण दे रहे थे उस वक्त मंच पर आम आदमी पार्टी विधायक सोमनाथ भारती भी मौजूद थे। भारती दिल्ली के मालवीय नगर से विधायक हैं, साथ ही आम आदमी पार्टी के दक्षिण भारत के कई राज्यों के प्रभारी भी हैं। कांग्रेस के साथ मंच साझा करने के सवाल पर भारती ने कहा कि आंध्र प्रदेश के अधिकार के मुद्दे पर वो साथ हैं लेकिन इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं है। 2019 में गठबंधन की जरूरत के सवाल पर भारती ने स्पष्ठ जवाब नहीं दिया।
वहीं, आंध्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पल्लम राजू ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की मांग के मुद्दे पर सभी पार्टियां साथ हैं। उन्होंने दावा किया कि 2014 में तेलंगाना के गठन के वक्त तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात कही थी जिसे चार साल बीत जाने के बावजूद मोदी सरकार ने लागू नहीं किया है।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं। ये चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही होता है। विशेष राज्य के मुद्दे को लेकर राज्य की राजनीति गर्म है। वाईएसआर कांग्रेस इस मुद्दे को जोर शोर से उठा रही है। एनडीए की सहयोगी तेलगु देशम पार्टी भी नाराज है। ऐसे में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बीजेपी पर चौतरफा दबाव है।
आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटें हैं। 2014 में टीडीपी ने 15, वाईएसआर कांग्रेस ने 8 और बीजेपी ने 2 सीट जीती थी। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। वाईएसआर कांग्रेस के दो सांसद टीडीपी में शामिल हो चुके हैं।