सुनील महतो हत्याकांड की जांच एनआईए से कराई जाएगी

रांची,मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को सांसद स्व सुनील महतो हत्याकांड की जांच एनआइए से कराने की अनुशंसा कर दी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा सांसद सुनील महतो की चार मार्च 2007 को उस वक्त हत्या कर दी गयी थी कि जब वे पूर्वी सिंहभूम जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र घाटशिला में बाघुड़िया स्कूल मैदान में होली के दिन एक फुटबॉल मैच के पुरस्कार वितरण समारोह में हिस्सा लेने गये थे। इस हत्याकांड में नक्सलियों की संलिप्तता की बात सामने आयी थी। पुलिस अब तक इस मामले की तह तक नहीं पहुंच पायी है। वहीं मीडिया में यह भी खबर आयी है कि पूव्र सांसद सुनील महतो हत्याकांड में शामिल कथित एक आरोपी ने पश्चिम बंगाल पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। अभी इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
सांसद सुनील महतो की पत्नी ने मुख्यमंत्री से मिलकर से आग्रह किया था कि स्व महतो की हत्याकांड की जांच एनआइए से करायी जाये, क्योंकि घटना के 11 साल बीतने के बाद भी इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
गौरतलब है कि चार मार्च 2007 को होली का दिन था। जमशेदपुर के घाटशिला में बाघुड़िया स्कूल मैदान में फुटबॉल मैच का आयोजन किया गया था। सांसद सुनील महतो टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि थे। उनके पहुंचने के बाद नक्सलियों के एक बड़े दस्ते ने उन पर हमला कर दिया था, जिसमें सांसद सुनील महतो, झामुमो के प्रखंड सचिव प्रभाकर महतो और उनके दो अंगरक्षक मारे गए थे। नक्सलियों ने सांसद के अंगरक्षकों की हथियार भी लूट लिए थे।
सीबीआइ ने जिन्हें जेल भेजा वे बरी
सांसद हत्याकांड मामले में सीबीआई ने अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें सूनाराम सोरेन, सुधीर सोरेन, चाड़री के फूलचंद टुडू, गुड़ाझोर के रामचंद्र सिंह, सुबोध सिंह, केशरपुर के उत्तम मंडल, नरसिंहपुर के राजन महतो और निर्मल महतो शामिल है। सभी कोर्ट से बरी हो चुके हैं।
मुख्य शूटर रंजीत पाल पश्चिम बंगाल में बन गया होमगार्ड
सांसद हत्याकांड के मुख्य शूटर सह हार्डकोर नक्सली रंजीत पाल उर्फ राहुल अपनी नक्सली पत्नी झरना के साथ 25 जनवरी 2017 को कोलकाता में सरेंडर किया था। इससे पूर्व हत्याकांड में संलिप्त महिला नक्सली जागुरी बास्के, रामचंद्र सोरेन, जयंतो समेत अन्य कई नक्सलियों ने भी बंगाल में सरेंडर किया। बंगाल सरकार ने सरेंडर पॉलिसी के तहत राहुल को 35 लाख रुपये और होमगार्ड की नौकरी दी। वह वर्तमान में बंगाल में पुलिस सेफ हाउस में अपनी पत्नी के साथ रह रहा है। राहुल के सरेंडर करने के बाद जब सीबीआइ उससे पूछताछ करना चाही, तो बंगाल सरकार ने अनुमति नहीं दी।

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