नईदिल्ली,त्रिपुरा में, रूसी क्रांति के महानायक व्लादिमिर लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने के बाद तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में समाज सुधारक ईवीआर रामास्वामी ‘पेरियार’ की प्रतिमा को क्षति पहुंचाई गई है। इस घटना के बाद प्रशासन ने राज्य में पेरियार की मूर्तियों की सुरक्षा बढ़ा दी है। ज्ञात हो कि पेरियार की मूर्ति के नुकसान पहुंचाने की घटना भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के विवादित सोशल मीडिया पोस्ट के कुछ घंटे बाद हुई है। पेरियार की प्रतिमा तिरूपत्तुर निगम कार्यालय के अंदर लगी थी, जिसे रात करीब 9 बजे निशाना बनाया गया। पेरियार की मूर्ति के चश्मे और नाक को नुकसान पहुंचाया गया। मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार जिन लो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें एक भाजपा का सदस्य और दूसरा सीपीआई का कार्यकर्ता है।
इससे पहले त्रिपुरा के बेलोनिया में बुलडोजर की मदद से रूसी क्रांति के नायक व्लादिमिर लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया गया था। मूर्ति गिराने के दौरान लोग भारत माता की जय के नारे भी लगा रहे थे। त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद से राज्य के कई इलाकों से तोड़फोड़ और हिंसा की खबरें भी आई हैं। लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने के बाद भाजपा नेता एच राजा के बयान से तमिलनाडु में विवाद उत्पन्न हो गया था। फेसबुक पोस्ट में द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक रामासामी के खिलाफ टिप्पणी करने की राज्य के कई नेताओं ने निंदा की। मु्द्दे को राजा का निजी विचार बताते हुए भाजपा की राज्य इकाई ने जब खुद को किनारे कर लिया तो इसके बाद उन्होंने इस पोस्ट को हटा लिया था। द्रमुक, एमडीएमके और वाम पार्टियों सहित राजनीतिक दलों ने भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राजा के बयान की निंदा की थी। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने उन्हें गुंडा एक्ट में गिरफ्तार करने की मांग की। राजा ने तमिल में लिखे फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘लेनिन कौन है और लेनिन तथा भारत के बीच क्या संबंध है? भारत का कम्युनिस्टों से क्या संबंध है? आज त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा हटाई गई, कल तमिलनाडु में ईवी रामसामी की प्रतिमा भी हटाई जाएगी।’
विवाद के बाद उन्होंने यह पोस्ट हटा दी थी। राजा के पोस्ट की निंदा करते हुए स्टालिन ने कहा था कि पेरियार की प्रतिमा को किसी को ‘छ्रने तक का हक नहीं है।’ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा था, ‘एच राजा जैसे वरिष्ठ नेता अकसर ऐसे बयान देते हैं जिससे हिंसा भड़क सकती है। मेरा विचार है कि उन्हें गुंडा एक्ट के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।’पश्चिम बंगाल में कोलकाता के कालीघाट में भारतीय जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने की खबर है। बताया जा रहा है कि कोलकाता के कालीघाट में स्थित श्यामा प्रसाद की मूर्ति को न सिर्फ क्षति पहुंचाई गई है, बल्कि उस पर कालिख भी पोत दी गई है। मूर्ति के नीचे बंगाली भाषा में पोस्टर भी लगा है। इससे पहले त्रिपुरा में रूसी क्रांति के महानायक ब्लादिमीर लेनिन और तमिलनाडु में दलित विचारक पेरियार की मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह की घटनाओं पर चिंता जताई है। सूत्रों की मानें, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रकार की घटनाओं से काफी आहत हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रकार की घटनाओं से काफी आहत हैं। प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्रालय ने भी इस मामले में सख्ती दिखाई है। गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को इस प्रकार के मामले से सख्ती से निपटने की बात कही गई है। इस मसले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृहमंत्री से भी बात की है। पश्चिम बंगाल बीजेपी ने केरटोला मोहाशान में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की बरबर्तापूर्ण घटना की निंदा की है। पश्चिम बंगाल बीजेपी के जेनरल सचिव सयंतन बासु ने इस घटना पर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।