रायपुर, प्रदेश के सुपरस्पेशियालिटी हास्पिटल में अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए कर्मचारियों को दिन रात में काम करना पड़ रहा है। काम पूरा कराने अफसरों की छुट्टी भी कैंसिल कर दी गई है, लेकिन निर्धारित समय में काम पूरा होने के आसार नहीं है। अस्पताल भवन में आईसीयू, आपरेशन थियेटर, एसी और कमरे में फॉल्स सीलिंग का काम पूरा नहीं हो पाया। डीके अस्पताल को शुरू करने स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर का गुस्सा पफूट पड़ा था और उन्होंने अफसरों को इसे लेकर जमकर फटकार भी लगाई। उन्होंने निर्धारित अवधि में पूरा करने के निर्देश दिये थे। वास्तविकता यह है कि बस दिनों के भीतर काम पूरा होना किसी भी हाल में संभव नहीं दिखाई पड़ रहा। अस्पताल भवन के कई कमरों में सीलिंग बनाने का काम आधा पूरा हुआ है। वहीं कहीं काम शुरू नहीं हो पाया। आपरेशन थियेटर और आईसीयू में काम अधूरे हैं, जिसके माहांत तक पूरा होने के आसार बहुत कम हैं। अस्पताल के निर्माण से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यहां एसी लगाने का काम भी बहुत बाकी है और इनमें सेंट्रलाइज एसी का काम भी शामिल है। इन कामों को पूरा करने में जुटे अधिकारी अपनी छुट्टी कैंसिल कर काम में जुटे हुए हैं। एक तरह से डीके अस्पताल में काम को लेकर बहुत चुस्ती दिखाई जा रही है, लेकिन अगले बीस दिनों के भीतर काम पूरा हो पाना मुश्किल है।