नई दिल्ली,राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कई सदस्यों को दोबारा टिकट देने का निर्णय किया है। इनमें केंद्र सरकार के कई मंत्री भी शामिल हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद,धर्मेंद्र प्रधान सहित कई बड़े मंत्रियों को दोबारा राज्यसभा भेजा जाएगा। बता दें कि मोदी सरकार में कई मंत्री हैं जो राज्यसभा सांसद हैं।
मिली जानकारी के अनुसार वित्तमंत्री अरुण जेटली को उत्तरप्रदेश, कानूनमंत्री रविशंकर प्रसाद को बिहार, धर्मेंद्र प्रधान को मध्यप्रदेश, सामाजिक अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत को मध्यप्रदेश, प्रकाश जावड़ेकर को महाराष्ट्र से, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा भेजा जाएगा। इन मंत्रियों के अलावा मनसुख भाई मांडविया और पुरुषोत्तम रूपाला को गुजरात, भूपेंद्र यादव को राजस्थान से राज्यसभा भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि राज्यसभा की 58 सीटों के लिए आने वाले 23 मार्च को वोट डाले जाएंगे। ये 58 सीटें कुल 16 राज्यों से हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक,अप्रैल-मई 2018 में 58 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है,जिसके बाद ये सीटें खाली हो जाएंगी। ये सभी उम्मीदवार 12 मार्च तक चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। बता दें कि इस चुनाव में सबसे ज्यादा 10 सीटें उत्तर प्रदेश से खाली हुई हैं। दरअसल,यूपी के 31 राज्यसभा सांसदों में से 9 सदस्यों का कार्यकाल 2 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती की सीट पर भी अप्रैल में चुनाव होने हैं1 गौर हो कि मायावती ने पिछले साल जुलाई में इस्तीफा दे दिया था।
इस बार उत्तरप्रदेश की 10 सीटों के अलावा, बिहार की 6 राज्यसभा सीटें,महाराष्ट्र की 6,मध्य प्रदेश की 5, पश्चिम बंगाल की 5 और कर्नाटक की 4 सीटों पर चुनाव होने हैं। चुनावों के लिए 12 मार्च तक नामांकन भरा जा सकता है। 23 मार्च को मतदान होकर उसी दिन वोटों की काउंटिंग होगी। मौजूदा समय में सदन के 233 निर्वाचित सदस्यों (12 नामांकित सदस्यों के अलावा) में से कांग्रेस नेतृत्व वाले विपक्ष के 123 राज्यसभा सदस्य हैं, जबकि एनडीए के 83 सदस्य हैं (बीजेपी के 58) और चार निर्दलीय सदस्य भी हैं,जो बीजेपी के समर्थक हैं,जिनमें राजीव चंद्रशेखर,सुभाष चंद्रा, संजय दत्तात्रेय काकाडे और अमर सिंह हैं। इसके अलावा ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, जिसके राज्यसभा में 13 सदस्य हैं, वे भी एनडीए के साथ हैं।