शिलांग,मेघालय के 12वें मुख्यमंत्री बने कोनराड संगमा उन्होंने मंगलवार को नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। शपथग्रहण समारोह में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और कई भाजपा के बड़े नेता भी मौजूद थे। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष संगमा ने भाजपा के समर्थन से यहां सरकार बनाई है और पहली बार एनडीए की सरकार इस राज्य में बनी हैं। जहां राज्यपाल गंगा प्रसाद ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। कॉनराड के साथ करीब जेम्स पीके संगमा, ए एल हेक समेत कुल 11 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। संगमा के शपथग्रहण को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं कॉनराड संगमा को बधाई देता हूं। यह एक धारणा थी कि पूर्वोत्तर में केवल कांग्रेस पार्टी ही निर्वाह कर सकती है, लेकिन अब भाजपा ने जीत हासिल कर इस धारणा को बदल दिया है।’
गौरतलब है कि 3 मार्च को आए नतीजों में 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के खाते में 21, एनपीपी के खाते में 19 और बीजेपी के खाते में दो सीटें आई थीं. वहीं, यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के छह विधायक और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के दो विधायक चुने गए थे। एनसीपी और खुन हनीट्रैप नेशनल अवेकिंग मूवमेंट के खाते में एक-एक सीट आई है। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी चुनाव जीते हैं। यहां कांग्रेस को सबसे ज्यादा 21 सीटें मिली हैं, लेकिन वह 60 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए जरूरी आंकड़े जुटाने से 10 सीट पीछे रह गई। कांग्रेस की ओर से पार्टी के बड़े नेता अहमद पटेल, कमलनाथ समेत चार नेता वहां पर सरकार बनाने की संभावना तलाशने गए थे, लेकिन सफल नहीं हो सके। वहीं, दूसरे नंबर पर रही नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के पास 19 विधायक हैं। बीजेपी (2 विधायक), यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (6 विधायक), एचएसपीडीपी (2 विधायक), पीडीएफ (4 विधायक) और 1 निर्दलीय विधायक के साथ आने से इस गठबंधन के पास 34 विधायकों का समर्थन हो गया है।
कोनराड संगमा एक संक्षिप्त परिचय :
मेघालय में नए मुख्यमंत्री रूप में सामने आए कोनराड संगमा राज्य में आठवीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। उन्होंने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक के रूप में सदन में विपक्ष का नेतृत्व किया। 27 जनवरी 1978 को जन्मे कोनराड संगमा वेस्ट गारो हिल्स जिले के सेलसेल्ला निर्वाचन क्षेत्र का विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया। इससे पहले कोनराड संगमा 2008 में मेघालय के सबसे युवा वित्त मंत्री बने थे और अभी वह मेघालय की तुरा सीट से लोकसभा सदस्य हैं। कोनराड संगमा 1990 दशक के अंतिम दिनों में पिता पीए संगमा के प्रचार प्रबंधक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। उस समय पीए संगमा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में थे। राकांपा से विवाद के चलते अलग होकर पीए संगमा ने जुलाई 2012 में नेशनल पीपुल्स पार्टी का गठन किया था। मेघालय विधानसभा में 2009-2013 तक कोनराड संगमा विपक्ष के नेता रहे। वह अभी तुरा सीट से लोकसभा सांसद हैं जो उनके पिता पीए संगमा के निधन के बाद खाली हुई थी।