रायगढ़,रायगढ़ वन परिक्षेत्र में आज एक चीतल की मौत हो गई। कुत्तों ने पहले तो उसे दौड़ाकर थका दिया और बाद में उसके पिछले पैर के पास काट दिया। इससे उसका हार्डबीट बढ़ जाने से उसकी मौत हो गई। घटना के करीब चार घंटे बाद रेंजर का मौके पर पहुंचने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ वन परिक्षेत्र के बोइरदादर बीट में एक चीतल जंगल से निकलकर रोड को क्रास कर रहा था। तभी वहां मौजूद कुत्तों के झुण्ड ने उसे दौड़ाना शुरू कर दिया। ऐसे में जब चीतल थक गया, तो कुत्तों ने उस पर हमला करते हुए पीछे के पैर के पास काट दिया और घायल अवस्था में वह वहीं था। इसी दौरान वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने इसकी जानकारी डिप्टी रेंजर राजेश्वर मिश्रा को दिए। तब डिप्टी रेंजर, परिसर रक्षक प्रेमा तिर्की तत्काल मौके पर पहुंचे। इसके बाद डिप्टी रेंजर ने घायल चीतल का इलाज कराने के लिए पशु चिकित्सक को जानकारी दिए, लेकिन कुछ ही देर बाद चीतल की मौत हो गई। इसके बाद डिप्टी रेंजर, परिसर रक्षक के द्वारा श्याम मालाकार, अरूण व इंदिरा विहार में कार्यरत अन्य दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की मदद से उसे इंदिरा विहार ले आए। तब तक मामले की जानकारी सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल व सचिव को भी लग चुकी थी। वे भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन राजपत्रित अधिकारियों के नहीं पहुंचने के कारण उसका जल्द ही पोस्टमार्टम नहीं हो सका। चीतल के मरने के करीब चार घंटे से अधिक समय के बाद रेंजर आरसी यादव, पशु चिकित्सक दिनेश पटेल के साथ पहुंचे। इसके बाद डॉ दिनेश पटेल ने मृत चीतल का पोस्टमार्टम किया। मामले में वन विभाग के द्वारा पंचनामा कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।