कोहिमा, नगालैंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग ने राज्यपाल पी बी आचार्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि नगा पीपुल्स फ्रंट(एनपीएफ) राज्य के कल्याण के लिए विधानसभा में एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी. एनडीपीपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो की 8 मार्च को शपथ लेने की उम्मीद है.हाल ही में हुए चुनाव में एनपीएफ को 60 सदस्यीय विधानसभा में 27 सीटों पर विजय हासिल हुई थी. जेलियांग ने पहले दावा किया था कि उन्हें सदन में अधिकांश विधायकों का समर्थन हासिल है.इससे पहले उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। मंगलवार शाम उन्होंने इस संबंध में कई ट्वीट किए और जानकारी दी। जेलियांग ने अपने ट्वीट में लिखा, मंगलवार की दोपहर मैंने अपने साथ पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। हम भविष्य में साथ रहकर एक-दूसरे का सहयोग करने करेंगे। एक और ट्वीट में टीआर जेलियांग ने नगालैंड की जनता का भी शुक्रिया अदा किया। उन्होंने लिखा,मैं एक बार फिर नगालैंड के मतदाताओं को जनादेश देने के लिए धन्यवाद देता हूं। हम आपका सहयोग लेते रहेंगे और राज्य में शांति के लिए मिलकर काम करेंगे।
ये है पूरा मामला
नगालैंड में शनिवार को परिणाम आने के बाद रविवार को बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन ने 32 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा था। जिसके बाद राज्यपाल ने एनडीपीपी नेता नेफियू रियो को सरकार बनाने का न्यौता दिया। मगर, मौजूदा सीएम और एनपीएफ नेता टीआर जेलियांग ने पद से इस्तीफा देने से मना कर दिया था। दरअसल,60 सीटों वाली नगालैंड विधानसभा में नगा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने 27 सीटों पर जीत दर्ज की है। एनपीएफ के प्रमुख जेलियांग ने दावा किया था कि उनके पास 29 विधायकों का समर्थन है। जबकि दूसरे तरफ एनडीपीपी ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि बीजेपी को 12 सीटों पर जीत दर्ज हुई है। दोनों पार्टियों ने मिलकर ये चुनाव लड़ा था। नगालैंड में एनपीपी और बीजेपी गठबंधन में सरकार बना रही है। नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 7 मार्च को होगा।