मुंगावली,सत्ता के सेमीफाइनल माने जा रहे उपचुनाव में दोनों ही दलों ने पूरी ताकत झोंकी,लेकिन परिणाम भाजपा की उम्मीद के विपरीत आये हैं। भाजपा के लिए अब तक शिवराज ही चुनाव में जीत दिलाने वाले प्रमुख नेता हुआ करते थे। जहां शिवराज सभाएं करते थे वहाँ भाजपा जीत जाती थी। पिछले कुछ सालों में प्रदेश में हुए पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक में भाजपा ने विजयश्री प्राप्त की है। लेकिन अब शिवराज का जादू फीका पड़ता नजर आ रहा है। एक बड़ा झटका भाजपा को दोनों सीटों पर लगा है।
मुंगावली में मुख्यमंत्री ने कड़ी मेहनत की थी। जनता को मनाने गाँव-गाँव में सभाएं की। लेकिन वह अपनी पार्टी को चुनाव नहीं जीता पाए है। मुख्यमंत्री ने जिस बरखेड़ा डांग में हेलीकॉप्टर से आखरी सभा की, वहां भाजपा को महज 81 वोट मिले। यहाँ सिंधिया ने बैलगाड़ी की सावरी की थी। यहाँ कांग्रेस को 534 वोट मिले हैं। वहीं विधानसभा मुख्यालय मुंगावली में भी भाजपा प्रत्याशी की हार हुई है। जबकि यहां मुख्यमंत्री ने रोड शो, सभा एवं रात्रि विश्राम किया था। मुख्यमंत्री ने जिन तीन स्थानों पर रात गुजारी वो तीनो स्थान मुंगावली , सेहराई एवं पिपरई में भाजपा जीत हासिल नहीं कर सकी है। यह भाजपा के लिए चिंता का विषय होगा। कोलारस के रिजॉदा में शिवराज सिंह चौहान ने सभा ली थी, वहां भी भाजपा के उम्मीदवार देवेंद्र जैन पिछड़ गए हैं। रिजोदा गांव में मुख्यमंत्री की भीड़ में सभा जुटाने के लिए भाजपा ने जादूगर का शो भी कराया था। लेकिन यहां शिवराज का जादू नहीं चला और भाजपा का कमल यहाँ नहीं खिल पाया।