नईदिल्ली,आईनेक्स मीडिया मामले में फेमा के उल्लंघन के आरोप का सामना कर रहे कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को आज सबेरे सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया.कार्ति को एयरपोर्ट से तब गिरफ्तार किया गया जब वह लंदन से भारत लौटे थे.
गौरतलब है सुप्रीम कोर्ट ने इसके पहले कार्ति चिदंबरम को ब्रिटेन जाने की इजाजत दी थी । कोर्ट ने वापसी पर कार्ति को कागजात लगाने को कहा था । सुप्रीम कोर्ट ने कार्ति पर शर्त लगाई थी कि वो कोर्ट को अंडरटेकिंग देंगे कि वो भारत लौट आएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को कहा कि आपको अगर ये लगता है कि कार्ति वापस नहीं आएंगे तो इस शंका को दूर करने के लिए शर्त लगाई जा सकती है। इसबीच आज लंदन से लौटते ही चेन्नई एयपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। उन्हें पीटर मुखर्जी के स्वामित्व वाला आईएनएक्स मीडिया से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है। सुत्रों के अनुसार इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली ले आया गया है। तामिलनाडु के शिवगंगा में 16 नवंबर 1971 को जन्मे केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति कांग्रेस नेता और बिजनेसमैन हैं। उन्होने यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास और कैंब्रिज में उन्होंने बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और लॉ की पढ़ाई की है।
वह तामिलनाडु टेनिस एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट रहे हैं। बीते दिनों कार्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। यह छापेमारी आईएनएक्स मीडिया को दी गई मंजूरी को लेकर है। आईएनएक्स मीडिया के मुखिया पीटर मुखर्जी हैं। इस मामले में सोमवार को ही एफआईआर दर्ज की गई थी। यह पहला मौका नहीं है कि जब चिदंबरम के बेटे कार्ति पर कार्रवाई हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्ति को 45 करोड़ रुपए के फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) उल्लंघन मामले में भी नोटिस जारी कर चुका है।
आरोप था कि वह वासन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से कथित तौर पर जुड़े हुए हैं। इस कंपनी से जुड़े विदेशी निवेशकों से कई नामों से करीब 2100 करोड़ रुपये लिए गए। वहीं, 162 करोड़ रुपए अलग से भी लिए गए। आरोप है कि इस लेन-देन में कार्ति चिदंबरम की कंपनी मैसर्स एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल थी। इस कंपनी को इसमें करीब 45 करोड़ रुपए मिले थे। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि वित्त मंत्रालय संभालते हुए पी. चिदंबरम ने कई गैर कानूनी मंजूरी दीं, जिनका सीधा फायदा उनके बेटे को हुआ। 18 देशों में उन्होंने वित्तीय गतिविधियां करते हुए धनशोधन किया।