मुंबई,पीएनबी महाघोटाले के आरोपी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी से जुड़ीं 144 संदिग्ध कंपनियां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर हैं। ईडी इन कंपनियों द्वारा किए गए लेनदेन की जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय को आशंका है कि इन कंपनियों का इस्तेमाल एफडीआई के माध्यम में धन शोधन में किया जा रहा था। करीब 11300 करोड़ रुपये के बैंकिंग घोटाले में नीरव मोदी और उनके सहयोगियों पर सख्ती बढ़ाई जा रही है। ईडी ने गुरुवार को नीरव मोदी के एक गोदाम से सैकड़ों महंगी घड़ियां जब्त की हैं। इसके अलावा नीरव मोदी के वर्ली के समुद्र महल में स्थित 4 फ्लैटों के महंगे सामानों को भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। ईडी ने नीरव मोदी के नाम के 30 करोड़ रुपये बैलेंस वाले एक अकाउंट और अलग-अलग फर्म्स में 14 करोड़ रुपये के शेयरों को भी जब्त किया है।
जांच एजेंसियां पूरे देश में नीरव मोदी और उनके सहयोगियों की चल और अचल संपत्ति का पता लगा रही है, ताकि उन्हें भी जब्त किया जा सके। गुरुवार को एक मुखबिर ने ईडी को सूचना दी कि घाटकोपर के गोदाम में नीरव मोदी की कीमती घड़ियां रखी हुईं हैं। इसके बाद अधिकारियों ने रेड मारकर डिब्बों में पैक घड़ियों को जब्त कर लिया था। अधिकारियों का कहना है कि अभी उन्हें इस जब्ती का मूल्य निर्धारण करना है, लेकिन अंदाजे के मुताबिक इनकी कीमत करोड़ों में है।
ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि समुद्र महल में नीरव मोदी के पास 6 नहीं बल्कि 4 फ्लैट हैं। इनमें से 3 को डुप्लेक्स में बदल दिया गया है। नीरव ने ये तीनों फ्लैट 2006 में एक उद्योगपति से खरीदे थे। चौथा फ्लैट मध्य प्रदेश के एक कांग्रेस नेता के सहयोगी से खरीदा गया जिनके पास इस इमारत में कुछ और फ्लैट थे। अधिकारियों के आकलन के मुताबिक इन चारों फ्लैटों की कीमत करीब 125 करोड़ रुपये है। बुधवार को समुद्र महल के पार्किंग एरिया से नीरव की 9 गाड़ियों को भी सीज किया गया है।