नई दिल्ली,पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी पिछले साल ही अनिवासी भारतीय (एनआरआई) बन चुका था। जानकारी के मुताबिक पहले वो भारतीय निवासी थे लेकिन पिछले साल उन्होंने अपने बैंक के सारे दास्वाज़ों में एनआरआई होने का ज़िक्र किया था। हालांकि ये पता नहीं चल सकता है कि पीएनबी को इसकी जानकारी थी या नहीं लेकिन लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) में नीरव मोदी को एक भरातीय प्रमोटर बताया गया था। मोदी की किसी दूसरे देश की नागरिकता या स्थायी निवासी होने को लेकर पहले से ही कई खबरें हैं इस वक्त नीरव की अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, यूएई, बेल्जियम, आर्मेनिया सहित कई और देशों में कंपनियां हैं। बताया जा रहा है कि नीरव ने पहले से ही बैंकों का फंड किसी दूसरे देश में ट्रांसफर कर दिया था। इतना ही नहीं रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज़ के दस्तावेजों में ये दर्ज है कि नीरव एक एनआरआई हैं।
एएनएम एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम की एक कंपनी के मालिक नीरव हैं। इस कंपनी ने अपने मालिक को बताया है। यहां मौजूद दस्तावेज़ में मोदी का पता दुबई में दिखाया गया है। इस पते पर लिखा है फ्लैट नंबर 2202, अल शेरा टावर्स, जुमिराह लेक, दुबई. संयुक्त अरब अमीरात. ये सारे दस्तावेज़ 06 नवंबर, 2017 के हैं। ऐसे में सवाल उठाता है कि क्या मोदी यूएई में शरण लेने की योजना बना रहे थे? इस बीच विदेश मंत्रालय ने पहले ही मोदी के पासपोर्ट को चार हफ्ते तक के लिए सस्पेंड कर दिया है। उनकी पत्नी एक अमेरिकी नागरिक है जबकि उनका भाई निशल बेल्जियम का नागरिक है।घोटाले में पीएनबी के 10 अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम के साथ ही अरबपति डायमंड व्यापारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के प्रमुख मेहुल चोकसी के नाम भी आए हैं।