UN के विकास के लक्ष्यों को पाने LS और VS में हो अतिरिक्त स्थाई समिति

लखनऊ,उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष, हृदय नारायण दीक्षित ने पटना, बिहार में आयोजित 6वीं कामनवेल्थ पालिर्यामेंट एसोसियेशन इंडिया रीजन की बैठक में मुख्य वक्ता के रुप में बोलते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास उद्देश्यों की पूर्ति की निगरानी एवं संयुक्त राष्ट्र विकास परिषद द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए लोक सभा एवं विधान सभाओं में एक अतिरिक्त स्थाई समिति का गठन किया जाना चाहिए। सतत विकास के लक्ष्यों को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2015 में निर्धारित किया गया था। इन लक्ष्यों के पूर्ति के लिए दीक्षित ने नई संसदीय समिति बनाए जाने की मांग की।
पटना में 6 वीं सी0पी0ए0 इंडिया रीजन की बैठक में सतत विकास के लक्ष्यों की पूर्ति विषय पर दीक्षित को विकास के लक्ष्यों की पूर्ति में संसद एवं सांसदों की भूमिका पर अध्यक्षता के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया।लोक सभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन द्वारा उ0प्र0 विधान सभा के अध्यक्ष, हृदय नारायण दीक्षित को लीड स्पीकर के रुप में अध्यक्षता के लिए नामित किया गया था। बैठक में पूरे देश के विधान सभाओं के अध्यक्ष, लोक सभा की अध्यक्ष, श्रीमती सुमित्रा महाजन एवं आस्ट्रलिया, इंलैण्ड, कनाडा आदि देशों के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया।
पटना में आयोजित सी0पी0ए0 की बैठक में दीक्षित ने नई बात ये कही कि संयुक्त राष्ट्र महा सभा के सतत विकास के निर्धारित 17 लक्ष्य ऋगवेद एवं वैदिक साहित्य में पहले से ही मिलता है। श्री दीक्षित ने ऋगवेद एवं अन्य वैदिक साहित्यों का उदाहरण देकर अपनी बात सिद्ध किया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सतत विकास का लक्ष्य प्राचीन भारत में पहले से ही मौजूद है और यह भारतीय राष्ट्रीय जीवन का अंग रहा है।

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