नई दिल्ली,भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि टीम में आने और इसमें बने रहने के लिए इस समय कड़ी प्रतिस्पर्धा है और इसी कारण खिलाड़ियों को कड़ी से कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। कप्तान ने कहा कि यह बात सभी पर लागू होती है और किसी भी खिलाड़ी को टीम में आने के इन पैमानों पर खरा उतरना होगा। ओडिशा सरकार ने हॉकी इंडिया (एचआई) के साथ पांच साल का करार किया। इसकी घोषणा पर भारत की महिला एवं पुरुष टीमें मौजूद थी। कार्यक्रम से इतर मनप्रीत ने कहा, अगर किसी को भी टीम में आना है तो उसे काफी मेहनत करनी होगी और शिविर में अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा। यह बात मेरे लिए भी लागू होती है। कोच ने मुझे भी बोला है कि आप कप्तान हैं तो भी यह बात आप पर लागू होती है। तो सभी के लिए एक समान प्रतिस्पर्धा है जो अच्छी बात है।
कोच शुअर्ड मरेन और खिलाड़ियों के बीच तालमेल को लेकर कप्तान ने कहा कि कोच ने काफी कम समय में खिलाड़ियों से अच्छा तालमेल स्थापित कर लिया है। मनप्रीत ने कहा, खिलाड़ी कोच के साथ काफी खुलकर बातें करते हैं। अगर किसी को भी कोई दिक्कत है तो वो आसानी से कोच के साथ बात सकते हैं। काफी कम समय में वो टीम के साथ खुल गए हैं। मनप्रीत ने कहा कि टीम इस समय अपने डिफेंस और फिटने पर ज्यादा ध्यान दे रही। उन्होंने कहा, हम डिफेंस पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं क्योंकि न्यूजीलैंड में हमने बहुत ज्यादा गोल खाए थे। हॉकी में डिफेंस और फिटनेस दोनों का बेहद अहम स्थान और इसी कारण हम इन दोनों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
इंग्लैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड्स जैसे यूरोपियन देशों के खिलाफ भारत पहले ज्यादा हॉकी नहीं खेलता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षो में इन देशों के साथ भारत ने अच्छे-खासे मैच खेले हैं।
इन देशों के खिलाफ कोई विशेष रणनीति के साथ तैयारी करने पर कप्तान ने कहा, निर्भर करता है कि वह किस रणनीति से खेलते हैं। वर्ल्ड लीग में भी बेल्जियम अलग रणनीति से खेल रहा था। यह निर्भर करता है कि आप किसी टीम के साथ खेल रहे हो और वह किस रणनीति के साथ खेल रहे हैं। उस हिसाब से उनका खेल को भी पढ़ना पड़ता है।